चंडीगढ़ःपंजाब हरियाणा के बीच लगातार चर्चा का विषय बनी रही एसवाईएल नहर पर फिर से सवाल उठने लगे हैं. एसवाईएल निर्माण पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का बयान सामने आया है. सीएम खट्टर ने कहा है कि पंजाब, हरियाणा के हक के पानी को नहीं रोक सकता और उसे वो पानी हरियाणा को देना ही होगा. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार जल्द ही एसवाईएल नहर का निर्माण शुरू करवाएगी.
23 जनवरी को पंजाब सरकार की अहम बैठक
जानकारी के मुताबिक पंजाब सरकार ने 23 जनवरी को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है. जिसमें पंजाब सरकार ने पंजाब के सभी राजनीतिक दलों को बुलावा भेजा है. माना जा रहा है कि इस मीटिंग का मकसद है कि हरियाणा को पानी नहीं दिया जाना चाहिए. इस मीटिंग के बारे में बात करते हुए सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पानी पर किसी एक राज्य का हक नहीं होता. पानी को समझौते के तहत सभी राज्य में बांटना होता है.
हरियाणा के पानी को नहीं रोक सकता पंजाब- सीएम खट्टर पंजाब नहीं रोक सकता हरियाणा का पानी- सीएम
सीएम खट्टर ने कहा है कि हरियाणा और पंजाब के बीच जो समझौता हुआ है. उसके तहत पंजाब, हरियाणा को पानी देने से मना नहीं कर सकता. जहां तक एसवाईएल नहर की बात है ये मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है और सुप्रीम कोर्ट जल्द ही एसवाईएल नहर का रास्ता साफ कर देगी. सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही एसवाईएल का निर्माण भी शुरू कर देगी और हरियाणा को उसके हक का पानी मिलना शुरू हो जाएगा.
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क्या है SYL का मुद्दा?
हरियाणा और पंजाब में पानी का मसला काफी पुराना है. जो अभी तक सुलझ नहीं पाया है. हरियाणा-पंजाब में हुए समझौते के तहत पंजाब को एसवाईएल यानी सतलुज यमुना लिंक नहर के जरिए हरियाणा तक पानी पहुंचाना था, लेकिन वो नहर कभी चल ही नहीं पाई. उस नहर के पंजाब के अंतर्गत आने वाले हिस्से को भी बंद कर दिया गया है. उसके बावजूद अभी तक दोनों राज्यों के बीच पानी पर विवाद जारी है.