चंडीगढ़: भवन विद्यालय चंडीगढ़ का एडवेंचर एवं साइकिलिंग क्लब चंडीगढ़ से काठमांडू तक 'मैत्री 2023' का आयोजन करते हुए एक और असाधारण यात्रा शुरू करने के लिए तैयार है. इस कार्यक्रम को फ्लैग ऑफ करते हुए भारतीय विद्या भवन चंडीगढ़ केंद्र के चेयरमैन आर.के. साबू ने युवा साइकिल चालकों के हौसले की सराहना की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी हिम्मत यात्रा सीमाओं को पार करती है. जो जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को प्रेरित करेगी.
बता दें कि साइक्लोथॉन का मुख्य उद्देश्य भारत और नेपाल के बीच सदियों पुराने संबंधों को मजबूत करना है. इसके साथ ही पड़ोसी देश के साथ दोस्ती और प्यार के गहरे बंधन को बढ़ावा देना है. ऐसे में 12 दिनों के दौरान छात्र और शिक्षक अपनी साइकिल पर 1300 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे. काठमांडू के लिए उनका मार्ग उन्हें हरिद्वार, काशीपुर, सितारगंज, कपिलवस्तु, और भरतपुर जैसे उल्लेखनीय स्थलों से ले जाएगा, उनके अनुभव की समृद्धि को जोड़कर उन्हें अलग सांस्कृतिक अनुभव में देगा. वहीं, इन शांति के दूत के रूप में ये बच्चे दुनिया को शांत और सुंदर बने रहने की मिसाल देंगे.
इस मौके भारतीय विद्या भवन केंद्र के चेयरमैन आर.के. साबू ने प्रेम और सार्वभौमिक भाईचारे को बढ़ावा देते हुए, मैत्री 2023 साइक्लोथॉन में 'वसुधैव कुटुम्बकम' की थीम पर बोलते हुए कहा कि दुनिया एक परिवार है. इस सार्थक यात्रा की शुरुआत करते हुए, 17 छात्रों और 5 शिक्षकों की एक टीम एक शक्तिशाली संदेश लेकर सीमा पार करेगी. जो आपसी समझ और सहयोग की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर देती है. अपने स्वयं के साइकिल चलाने के वर्षों को स्मरण करते हुए, आर.के. साबू ने साइकिलिंग टीम का हिस्सा बनने की अपनी इच्छा व्यक्त की. मैत्री से अपने व्यक्तित्व संबंध पर प्रकाश डाला.