चंडीगढ़: हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले कई राजनीतिक दल एक-दूसरे के साथ मिलकर रण जीतने की संभावनाएं तलाशने में जुट गए हैं. सियासी दल जोड़-तोड़ करने की जुगत में जमा-घटा और गुणा-भाग भी कर रहे हैं. जींद उपचुनाव में मिली 13 हजार से ज्यादा वोटों के बाद लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के हौसले बुलंद हैं. एलएसपी उम्मीदवार विनोद आशरी 13582 मतों के साथ चौथे स्थान पर रहे. इस बीच खास बात ये रही कि विनोद आशरी ने इनेलो कैंडीडेट उमेद सिंह रेढ़ू के मुकाबले ज्यादा वोट हासिल किए.
LSP+BSP गठबंधन के बाद अकाली दल भी आ सकता है साथ, सैनी ने नेताओं से की मुलाकात
हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले कई राजनीतिक दल एक-दूसरे के साथ मिलकर रण जीतने की संभावनाएं तलाशने में जुट गए हैं. सियासी दल जोड़-तोड़ करने की जुगत में जमा-घटा और गुणा-भाग भी कर रहे हैं.
इसका सीधा नुकसान हुआ इनेलो को, क्योंकि एक तो बसपा से बसपा के साथ हुआ गठबंधन खुल चुका है, दूसरा अब मायावती ने एलएसपी नेता राजकुमार सैनी के साथ हाथ मिला लिया है. ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि एलएसपी आने वाले दिनों में अकाली दल के साथ भी हाथ मिला सकती है.
राजकुमार सैनी के साथ शिरोमणि अकाली दल के नेता व विद्यायक मनजिंदर सिंह सिरसा और विधायक एनके शर्मा से हुई मुलाकात के बाद इस बात की तस्दीक पर मुहर लग चुकी है. इसके अलावा राजकुमार सैनी ने हरियाणा जन चेतना पार्टी के प्रमुख व पूर्व में केंद्रीय मंत्री रहे विनोद शर्मा से भी मुलाकात की है.