चंडीगढ़/लखनऊ: 25 से 27 फरवरी, 2021 तक जबलपुर में सेना की मध्य कमान का एक अलंकरण समारोह आयोजित किया जाएगा. दुश्मन सेना को नाकों चने चबा देने वाले वीर जवानों को इस कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा. इनके अदम्य साहस की गौरव गाथा सुनकर लोग दांतों तले उंगली दबा लेते हैं.
लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार
लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार भारद्वाज हरियाणा के रेवाड़ी जिले के मय गांव के रहने वाले हैं. लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार भारद्वाज को सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया जाएगा. दिसम्बर 2003 में उन्हें भारतीय सेना में कमीशन दिया गया.
30 जुलाई 2019 को लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार भारद्वाज जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तैनात एक कंपनी का नेतृत्व कर रहे थे. पांच आतंकवादियों के होने के संबंध में खुफिया सूचना मिलने पर अधिकारी ने घातक के दो दस्ते जुटाए.
ये भी पढे़ं-पैडमैन के बाद नूंह के 'पैडमित्र' से मिलिए, जिन्होंने माहवारी को लेकर बदल दिया समाज का नज़रिया
अधिकारी ने अनुकरणीय साहस का प्रदर्शन करते हुए आतंकवादियों की घेराबंदी कर दी और एक आतंकवादी को निष्प्रभावी कर दिया. उनकी टीम ने दो आतंकवादियों को मौके पर ही मार गिराया और तीन अन्य आतंकवादियों को गंभीर रूप से घायल कर दिया.
हवलदार पवन
हरियाणा के रोहतक जिले के बलियाना गांव के रहने वाले हवलदार पवन को सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया जाएगा. वह मई 2002 में भारतीय सेना में शामिल हुए. 27 फरवरी 2019 को हवलदार पवन जम्मू और कश्मीर के एक गांव में किए गए एक ऑपरेशन के दौरान खोज पार्टी कमांडर के कर्तव्यों का पालन कर रहे थे. जब तलाशी ली जा रही थी, तभी आतंकवादी ने सैनिकों पर अंधाधुंध गोलीबारी करके भागने का प्रयास किया. हवलदार पवन रेंगते हुए आतंकवादी के करीब पहुंचे और आतंकवादी को मार गिराया.
ये भी पढे़ं-चमोली आपदा: 8 महीने की वो गर्भवती 'मसीहा', जिसने 48 घंटे बिना सोए 12 मजदूरों को बचाया