चंडीगढ़:लंगर बाबा के नाम से प्रसिद्ध जगदीश लाल आहूजा का सोमवार को निधन (Langar Baba died in Chandigarh) हो गया. जगदीश लाल आहूजा लंबे समय से कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे. गौरतलब है कि जगदीश लाल आहूजा के समाज भलाई के कार्यों को देखते हुए पिछले साल उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. जगदीश लाल आहूजा बहुत लंबे समय से चंडीगढ़ पीजीआई के बाहर लंगर लगाया करते थे. जिससे वह आने वाले गरीब लोगों का पेट भर सके. इसीलिए जगदीश आहूजा लंगर बाबा के नाम से प्रसिद्ध हो गए.
लंगर बाबा (langar baba) का जन्म पटियाला में हुआ था, लेकिन कम उम्र में ही वे घर छोड़कर चंडीगढ़ आ गए थे. यहां पर उन्होंने फल बेचने का काम शुरू किया था. उनका यह काम चल निकला. उन्होंने चंडीगढ़ और आसपास काफी संपत्ति बनाई, लेकिन भूखे लोगों को खाना खिलाने की उनकी इच्छा की वजह से उन्होंने अपनी लगभग सारी संपत्ति बेच दी थी. लंगर बाबा ने अपने बेटे के आठवें जन्मदिन के मौके पर करीब 100 लोगों को खाना खिलाया था. जिसके बाद उन्होंने यह लंगर की सेवा शुरू कर दी थी.
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