जेजेपी विधायक रामकरण काला ने सरकार को इस्तीफे की धमकी दी है. चंडीगढ़: किसानों पर लाठीचार्ज (Haryana Farmer Lathicharge) का मुद्दा हरियाणा में अब तूल पकड़ चुका है. विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के नेता भी इस घटना के विरोध में सरकार पर हमलावर हो गये हैं. जेजेपी के विधायक और अक्सर पार्टी लाइन से हटकर बात करने वाले विधायक रामकरण काला एक बार फिर अपनी ही सरकार से खफा हैं. रामकरण काला ने शुगर फेडरेशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की धमकी दी है.
रामकरण कााला हरियाणा शुगर फेडरेशन के चेयरमैन हैं. उन्होंने बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान रामकरण काला ने कहा कि जो भी किसान जेल में या हिरासत में हैं उनको छुड़ाने का पूरा प्रयास करूंगा. रामकरण काला ने किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. काला ने कहा कि सूरजमुखी की खरीद अगर एमएसपी पर नहीं हुई और किसानों को जेल से रिहा नहीं किया गया तो मैं फेडरेशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दूंगा.
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किसानों का समर्थन करने कुरुक्षेत्र पहुंचे राकेश टिकैत. रामकरण काला कुरुक्षेत्र की शाहबाद विधानसभा सीट से जेजेपी के विधायक हैं. उन्हीं के हल्के में मंगलवार को किसानों पर लाठीचार्ज हुआ था. रामकरण काला पार्टी लाइन से हटकर खुलेआम बगावत के लिए जाने जाते हैं. किसान आंदोलन के दौरान भी काला ने अपने ही सरकार के खिलाफ बगावत करते हुए किसानों का समर्थन किया था. यहां तक कि उन्होंने कृषि कानून वापस नहीं होने पर विधानसभा से इस्तीफा तक देने की चेतावनी दी थी. एक बार फिर कुरुक्षेत्र में किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज का उन्होंने विरोध किया है. रामकरण काला खुद उसी इलाके से विधायक हैं जहां किसानों को पीटा गया है. उनकी पार्टी जेजेपी प्रदेश में बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार चला रही है.
दरअसल किसानों और सरकार में टकराव उस समय शुरू हो गया जब मंगलवार को प्रदर्शन करने पहुंचे किसानों ने कुरुक्षेत्र के शाहबाद में जीटी रोड को जाम कर दिया. किसान सूरजमुखी को एमएसपी पर खरीदने की सरकार से मांग कर रहे थे. कई दौर की बातचीत के बाद भी जब कोई सहमति नहीं बनी तो भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) ने आंदोलन का ऐलान कर दिया और दिल्ली-अमृतसर हाईवे पर जाम लगाकर बैठ गये. मंगलवार को पुलिस ने बातचीत के जरिए हाईवे खाली कराने की कोशिश की लेकिन किसान नहीं माने. इसके बाद शाम को पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया. बताया जा रहा है कि लाठीचार्ज में कई किसान घायल हुए हैं और सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया है.
मंगलवार को पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया था. किसानों पर मंगलवार देर शाम को हुए लाठीचार्ज (Haryana Farmer Lathicharge) के विरोध में आज किसान पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को समर्थन करने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत भी कुरुक्षेत्र पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि एमएसपी के लिए किसानों पर लाठीचार्ज करना बहुत गलत है. अब ये मांग पूरे देश से उठेगी. टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि दिल्ली में जो आंदोलन हुआ था उससे भी बड़ा आंदोलन अब करना पड़ेगा. एमएसपी के लिए किसानों पर हुआ ये देश का पहला लाठीचार्ज है.
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