चंडीगढ़:कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि काले कानूनों की वजह से आज देश में ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई जिसने सबको परेशान किया है. आज किसान मजदूर और बाकी तबके प्रभावित हुए हैं. सैलजा ने कहा कि 2 महीने से किसान और मजदूर शांतिपूर्वक अपना आंदोलन चला रहे थे. कोई हिंसा की घटना नहीं हुई. सरकार के साथ हर बार बातचीत के लिए पहुंचे. लेकिन अब माहौल खराब होता जा रहा है.
26 जनवरी के दिन लाल किले पर हिंसा कैसे हुई? सरकार को इसका जवाब देना पड़ेगा- कुमारी सैलजा ये भी पढे़ं-राकेश टिकैत का समर्थन करने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे इनेलो नेता अभय चौटाला
सैलजा ने कहा कि 26 जनवरी को जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण था. हमे अपने लोकतंत्र पर गर्व है. अनेको कुर्बानियों के बाद हमे आजादी मिली है. हमे उन लोगों को कभी नहीं भूलना चाहिए जिनकी कुर्बानियों की बदौलत हमे आजादी मिली. लाल किले पर जो हुआ दुनिया ने देखा. वो शर्म की बात थी.
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सैलजा ने कहा ये कैसे हो पाया इसका जवाब सरकार को देना पड़ेगा. कौन वो लोग थे जो वहां तक पहुंच गए. किसानों की ट्रैक्टर परेड की जानकारी सरकार को थी. अगर सरकार को पता था कि कोई खालिस्तानी या आतंकी इसमें शामिल थे तो क्यों उस पर कार्रवाई नहीं की गई. आखिर देरी से रुट क्यों दिए गए. बदइंतज़ामी क्यों कि गई. अगर कुछ लोग आपको गलत लगे थे तो आपने एक्शन क्यों नहीं लिया.
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कुमारी सैलजा ने कहा कि आज सरकार अंग्रेजों की तरह डिवाइड ऐंड रूल करना चाह रही है. आप किसान-मजदूर को कटघरे ने खड़ा करके क्या साबित करना चाहते हो. 26 जनवरी को जो हुआ वो सरकार का फेलियर है. लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है. सरकार गलतियां करती है पर उन्हें सुधारना भी सरकार का काम है.