चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के पहले सत्र में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और तोशाम से विधायक किरण चौधरी प्रदूषण और धान की खरीद नहीं होने को लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाई थी, लेकिन इन्हें स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने मंजूर नहीं किया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए किरण चौधरी ने कहा कि उनके दोनों ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रद्द होना बड़ी दुख की बात है. दोनों प्रस्ताव किसानों और आम आदमी के हित में लगाए गए थे.
प्रदूषण को लेकर प्रस्ताव
तोशाम विधायक किरण चौधरी ने प्रदूषण को लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखा. किरण चौधरी का कहना है कि आज जनता प्रदूषण की वजह से बुरी तरह से परेशान है. लेकिन सरकार इस पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. सरकार ने विधानसभा में इस गंभीर मुद्दे को भी मंजूर नहीं किया.
तोशाम विधायक किरण चौधरी के सरकार पर आरोप धान को लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्तावदूसरा प्रस्ताव किसानों को लेकर लगाया गया. सरकार सदन में जीरी की खरीद में धांधली को तो मान रही है, लेकिन किसानों की फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदी जा रही है. सरकार ने इस पर भी कुछ नहीं बोला. किरण चौधरी ने कहा कि सरकार ने राज्यपाल का अभिभाषण में किसान कर्ज माफी का कोई जिक्र नहीं किया है, लेकिन फिर भी सरकार किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने की बात कह रही है. ये भी पढ़ें:-परेशान सरकार का ऐलान, पानीपत में पराली से बनेगा बायो डीजल
एसवाईएल पर राजनीति
पानी के समान बंटवारे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि एसवाईएल पर राजनीति हो रही है और वर्तमान बीजेपी सरकार भी इसको लेकर गंभीर नहीं है. आज भी हरियाणा के कई हिस्से ऐसे हैं जहां पर जरुरत से ज्यादा पानी है, जबकि दक्षिण हरियाणा को पानी नहीं मिल रहा है.