चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने तुरंत प्रभाव से राज्य की पूर्व मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा को हरियाणा जल संसाधन (संरक्षण, विनियमन और प्रबंधन) प्राधिकरण का अध्यक्ष नियुक्त किया है. केशनी आनंद अरोड़ा का कार्यकाल तीन साल की अवधी या 65 वर्ष की आयु (जो भी पहले हो) तक का होगा.
कौन हैं केशनी आनंद अरोड़ा?
केशनी आनंद अरोड़ा के पिता प्रोफेसर जेसी आनंद पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे थे और उनकी बड़ी बहन मीनाक्षी आनंद चौधरी 1969 बैच की आईएएस अधिकारी रही हैं और वो 8 नवम्बर, 2005 से 30 अप्रैल, 2006 के बीच मुख्य सचिव के पद पर रही हैं. इसी प्रकार, उनकी दूसरी बहन उर्वशी गुलाटी भी 1975 बैच की आईएएस अधिकारी रहीं हैं और वो 31 अक्तूबर, 2009 से 31 मार्च, 2012 के बीच मुख्य सचिव के पद पर विराजमान रहीं हैं. केशनी आनंद अरोड़ा हरियाणा की 33वीं मुख्य सचिव रही हैं.
उल्लेखनीय है कि केशनी आनंद अरोड़ा हरियाणा कैडर की 1983 बैच की टॉपर आईएएस अधिकारी हैं. वो एमए (राजनीति विज्ञान) और एमफील बैच की टॉपर भी टॉपर हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी सिडनी विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री हासिल की है. हरियाणा राज्य के गठन के बाद से उन्हें हरियाणा की पहली महिला उपायुक्त नियुक्त होने का गौरव प्राप्त है और वे यमुनानगर की उपायुक्त के पद पर 16 अप्रैल, 1990 से लेकर 1 जुलाई,1991 तक रहीं. उन्होंने जिले में स्वैच्छिक संगठनों द्वारा वयस्क साक्षरता के कार्यान्वयन और मंडल आयोग के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
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उन्होंने विशेष सचिव, उद्योग और गृह विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी निदेशक के रूप में कार्य किया है. इसके अलावा, निदेशक, खाद्य और आपूर्ति; निदेशक, ग्रामीण विकास; निदेशक, आपूर्ति एवं निपटान और संस्थागत वित्त तथा क्रेडिट नियंत्रण इत्यादि के साथ-साथ कई प्रतिष्ठित निगमों के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य किया है. जिसमें हरियाणा फाइनेंशियल कॉर्पोरेशन, हरियाणा टूरिज्म कॉर्पोरेशन और हॉरट्रोन शामिल हैं. उन्होंने हॉरट्रोन के मैनेजिंग डायरेक्टर रहते हुए एनईजीपी के अन्तर्गत हरियाणा स्वान के लिए विस्तृत परियोजना की संकल्पना की और उसे अंतिम रूप दिया. हरियाणा, भारत में स्वान योजना को लागू करने वाला पहला राज्य था.