चंडीगढ़:हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि खाद के दाम में सब्सिडी बढ़ाकर केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. पिछले काफी दिनों से खाद का 1200 रुपये का कट्टा मिलता था, जबकि 500 रुपये सब्सिडी थी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 1700 रुपये विनिर्माण लागत पड़ती थी. उन्होंने कहा कि अब कच्चे माल की भाव बढ़ने की वजह से लागत 2400 रुपये पहुंच गई थी. कोरोना काल में उत्पादन लागत बढ़ने से किसानों को समस्या आ रही थी. अब 700 रुपये का भार सरकार ने अपने ऊपर लिया है.
उन्होंने बताया कि पहले जो 500 रुपये सब्सिडी थी उसे बढ़ाकर अब 1200 रुपये सरकार अपने खजाने से देगी. इस फैसले से किसानों को लगभग 15 हजार करोड़ का फायदा होगा. हरियाणा में भी 1 करोड़ 20 लाख कट्टे डीएपी की खपत है और 850 करोड़ का फायदा हरियाणा के किसानों को होगा.
हरियाणा के किसानों को होगा 850 करोड़ का फायदा, कृषि मंत्री से जानें कैसे गांवों में लॉकडाउन तोड़ने पर प्रतिक्रिया
वहीं हरियाणा के गांव में लॉकडाउन तोड़ने की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कृषि मंत्री ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि वो महामारी का विरोध ना करें बल्कि अपने बुजुर्गों का ध्यान रखें. आंदोलन के दूसरे तरीके भी हो सकते हैं, लेकिन लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर महामारी से मुकाबला नहीं किया जा सकता. फिलहाल सभी को महामारी के खिलाफ एकजुट होना ही पड़ेगा.
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कृषि मंत्री की किसानों से अपील
दूसरी तरफ दिल्ली के बॉर्डरों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हालातों को ध्यान में रखते हुए आंदोलन को स्थगित करना सही रहेगा. अगर आंदोलन स्थगित नहीं करते हैं तो कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन जरूर करना चाहिए. हरियाणा सरकार को धरने पर बैठे किसानों की भी चिंता है. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने किसानों का ध्यान रखते हुए धरनास्थल पर चिकित्सकों की टीम भी भेजी है.