चंडीगढ़ :उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री मामले में देश की सियासत में इस वक्त सियासी तूफान मचा हुआ है. टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने जहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की तो राहुल गांधी उनकी मिमिक्री का वीडियो बनाते हुए नज़र आए. अब इस मामले को लेकर सियासी गलियारों में एक-दूसरे पर जमकर वार-पलटवार किए जा रहे हैं. कांग्रेस पार्टी भी बीजेपी के निशाने पर है क्योंकि राहुल गांधी वीडियो बना रहे थे और हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा हंसते हुए नज़र आ रहे थे.
ओपी धनखड़ ने की माफी की मांग :बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा है कि राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का पद गरिमामयी होता है और उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर में इस तरह से इन पदों का अपमान करते किसी को भी नहीं देखा. ये बहुत ज्यादा निंदनीय है. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ उप राष्ट्रपति का अपमान नहीं बल्कि पूरी व्यवस्था का अपमान है. उपराष्ट्रपति की मिमिक्री करने से पूरा देश इस वक्त आहत है. इस मामले में पूरी कांग्रेस पार्टी शामिल है, क्योंकि उनके दल के नेता वीडियो बना रहे थे. हरियाणा के राज्यसभा सासंद दीपेंद्र हुड्डा वीडियो में हंसते हुए नज़र आ रहे हैं. इस मिमिक्री से समाज के हर वर्ग को चोट पहुंची है. उन्होंने कहा कि संपूर्ण कांग्रेस और जो नेता वहां मौजूद थे, उनको देश से फौरन माफी मांगनी चाहिए. अगर कांग्रेस पार्टी के नेताओं और वहां मौजूद सभी सांसदों में थोड़ी बहुत भी शर्म बची है तो उन सभी को बिना देर किए अपनी हरकत के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने हरियाणा के कांग्रेस नेताओं से भी कहा कि वे इस पूरे मामले में अपना मत स्पष्ट करें. उन्होंने कहा कि किसानों में रोष है, जाट समाज में रोष है. अगर सांसदों को सस्पेंड किया जा रहा है तो नाराज़गी जताने के और भी कई तरीके हैं.
कांग्रेस ने नकारी मिमिक्री की बात :हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदय भान ने मिमिक्री की बात को सीधे तौर पर नकारते हुए कहा कि उप राष्ट्रपति की कोई मिमिक्री नहीं की गई है. मिमिक्री के नाम पर असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिशें की जा रही हैं. बीजेपी को बताना चाहिए की एक साथ इतने सांसदों को क्यों सस्पेंड किया गया. विपक्ष का सुरक्षा में हुई चूक पर सवाल उठना क्या गलत है. संसद में सेंध के दौरान अगर जहरीली गैस होती तो कितने सांसद मर सकते थे. बीजेपी के राज में सांसद भी सुरक्षित नहीं है. विपक्ष तो गृहमंत्री या प्रधानमंत्री से इस मामले को लेकर बयान देने की मांग ही तो कर रहा है. वहीं लोकतंत्र में जवाब देने के बजाय एक-एक करके विपक्ष को बाहर निकाला जा रहा है. कांग्रेस ने इस पूरे मामले को लेकर 22 दिसबंर को देश भर में प्रदर्शन का फैसला किया है. बीजेपी के अपमान बताने पर उन्होंने कहा कि किसका अपमान हुआ है, क्या अपमान हुआ है, जो जैसा है वैसा ही बताया गया है.
मिमिक्री को रणदीप सुरजेवाला ने ठहराया जायज़ : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने मिमिक्री विवाद पर विपक्ष को डिफेंड करते हुए कहा कि संसद की दुर्व्यवस्था को दर्शाने के लिए मिमिक्री की गई. क्या संसद में चल रही तानाशाही को उजागर नहीं किया जाएगा.
'हर आदमी को आवाज़ उठाने का हक' :वहीं भिवानी पहुंची कांग्रेस की दिग्गज नेत्री और पूर्व मंत्री किरण चौधरी ने उप राष्ट्रपति की मिमिक्री मामले को मुद्दा बनाने पर कहा कि बीजेपी सरकार रोजी-रोटी समेत बाकी मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाना चाहती है. उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र नहीं बचा है. हर आदमी को आवाज़ उठाने का हक होना चाहिए, लेकिन हकों का ऐसा हनन पहली बार हो रहा है.