चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश का बजट पेश कर दिया (HARYANA BUDGET 2022) है. इस बार सीएम ने एक लाख 77 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है. सरकार की ओर से जो आंकड़े जारी किए गए हैं उनमें बताया गया है कि लगभग हर क्षेत्र में पिछले साल के मुकाबले इस साल बजट में बढ़ोतरी की गई है. प्रदेश सरकार के इस बजट को लेकर ईटीवी भारत ने वरिष्ठ नेता और गोहाना से विधायक जगबीर मलिक से खास बातचीत की.
जगबीर मलिक ने बताया कि हम सभी को बजट से बड़ी उम्मीदें थी. कई ऐसी घोषणाओं का इंतजार भी किया जा रहा था. जिन्हें बजट में शामिल किए जाने की पूरी उम्मीद थी लेकिन मुख्यमंत्री के पिटारे से एकदम नीरस बजट निकला है. बजट में ऐसी कोई खासियत नहीं है जिसके बारे में चर्चा की जा सके. हमने एक बार फिर से हरियाणा के लोगों को धोखा देने की कोशिश की है. हर वर्ग को बजट से काफी उम्मीदें थी लेकिन बजट में किसी वर्ग को कुछ भी नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि सरकार घोषणा तो कर देती है लेकिन उन्हें पूरा नहीं कर पाती. इस बजट में भी ऐसा ही किया गया है. सरकार ने जो घोषणाएं की है उसको लेकर बिल्कुल भी उम्मीद नहीं किया जा सकता है कि वह घोषणाएं पूरी हो पाएंगी या नहीं. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में खानपुर में मेडिकल कॉलेज बनाया गया था. हालांकि कॉलेज तो बन गया लेकिन वहां पर मेडिकल स्टाफ उपलब्ध नहीं है. वह मेडिकल कॉलेज एक रेफरल अस्पताल बनकर रह गया है. जहां पर मरीज आते हैं और उन्हें दूसरे अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है. क्योंकि वहां पर विशेषज्ञ और मेडिकल स्टाफ की भारी कमी है. मेडिकल कॉलेज बनाने का क्या फायदा.
जगबीर मलिक ने कहा कि सरकार ने किसानों को भी कुछ नहीं दिया. अगर किसानों को सरकार सिर्फ मुआवजा ही दे दे तो यह भी बड़ी बात होगी. बेमौसम की बारिश की वजह से किसानों की फसलें खराब हो चुकी हैं. गांवों में पानी भरा पड़ा है लेकिन न तो सरकार समय से फसलों की गिरदावरी करवा पाई ने किसानों को मुआवजा दे पाए. पानी को निकालने का भी कोई बंदोबस्त नहीं किया गया. प्रदेश में सड़कों की हालत बेहद खराब है. सरकार में सड़कों के लिए भी विशेष पैकेज की घोषणा की है लेकिन हम उस पैकेज पर कैसे उम्मीद करें जब सड़कों की हालत को सुधारने वाला कोई नहीं है.