चंडीगढ़:टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने भारतीय खिलाड़ियों में वैसे तो सारे ही खिलाड़ी पदक जीतने का माद्दा रखते हैं, लेकिन यहां हम हरियाणा के खिलाड़ियों की बात करेंगे. इस खिलाड़ियों की चर्चा केवल हमारे देश में नहीं है बल्कि पूरी दुनिया में है. इन खिलाड़ियों से केवल पदक जीतने की उम्मीद नहीं है बल्कि पूरे देश को लगता है कि ये खिलाड़ी जरूर इस बार स्वर्ण पदक लेकर आएंगे.
पदक के दावेदार इन खिलाड़ियों में जो सबसे पहला नाम है वो है पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) का. बजरंग से करोड़ों देशवासी मेडल की आस लगाकर बैठे हैं. बजरंग पूनिया पहली बार किसी ओलंपिक खेलों में भाग लेने जा रहे हैं. बजरंग जानते हैं कि पूरा देश उनसे गोल्ड मेडल की आस लगाकर बैठा है और झज्जर जिले का रहने वाला ये 26 वर्षीय पहलवान भी वादा करने में और पूरा करने में पीछे नहीं हटता. 65 किलोग्राम वर्ग में विश्व के नंबर वन पहलवान बजरंग पूनिया एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में तो देश को सोना दिलवा चुके हैं और इस बार ओलंपिक की बारी है.
बजरंग के अलावा हरियाणा के एक और खिलाड़ी नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) से भी देश को गोल्ड मेडल की ही उम्मीद है. भालाफेंक खिलाड़ी (Javelin Throw) नीरज चोपड़ा इस वक्त दुनिया सबसे बेहतरीन भालाफेंक खिलाड़ियों में शुमार हैं. चोट से वापसी करने के बाद हाल ही में नीरज ने पटियाला में हुई प्रतियोगिता में 88.07 मीटर के थ्रो के साथ अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड को ध्वस्त कर नया रिकार्ड बनाया था. 86 मीटर का थ्रो उन्हें ओलंपिक फाइनल के लिए लगभग क्वालीफाई कर देगा और अगर उन्होंने अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड के करीब कुछ भी थ्रो फेंका तो बेशक नीरज पोडियम फिनिश करेंगे.
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