चंडीगढ़ःकृषि कानूनों के खिलाफ विभिन्न किसान संगठनों द्वारा आज भारत बंद का ऐलान किया गया था. जिसके तहत सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे तक चक्का जाम किया गया. हरियाणा में भी भारत बंद का मिला जुला असर देखने को मिला है. हरियाणा में कुछ लोगों ने भारत बंद का समर्थन किया तो कुछ ने अपनी दुकानें अन्य दिनों की तरह खुली रखी. राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों और महानगरों से ज्यादा ग्रामीण हिस्सों में बंद का असर देखने को मिला है.
कैथल में नेश्नल हाई-वे पर किसानों ने लगाए बिस्तर
कैथल में कलायत नेशनल हाइवे बाई पास पर कृषि बिलों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन जारी है. इसी बीच चंडीगढ़-हिसार राष्ट्रीय मार्ग पर किसानों ने बिस्तर लगाए. किसानों का कहना है कि जरूरत पड़ी तो सड़क के बीचोंबीच झोपड़ी बनाएंगे. साथ ही कहा कि किसान आंदोलन से दूरी बनाने वाले राजनेताओं की गांव में इंट्री बंद की जाएगी.
कैथल में नेश्नल हाई-वे पर किसानों ने लगाए बिस्तर रोहतक में ग्रामीणों का जाम
किसानों के आह्वान पर भारत बंद का रोहतक जिले में दोपहर साढ़े 12 बजे तक व्यापक असर देखा गया. किसानों और ग्रामीणों ने भारत बंद के तहत रोहतक हिसार रोड को मदीना, बहुअकबरपुर, रोहतक-पानीपत रोड को ब्राह्मणवास, आउटर बाईपास को बोहर बाईपास, बेरी रोड को बालंद के नजदीक और पानीपत रोड पर जसिया गांव के समीप जाम लगा दिया.
किसानों के समर्थन में प्रदर्शन अंबाला में दिखा मिलाजुला असर
अंबाला में भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला है. यहां अधिकतर दुकानें खुली मिलीं. दूसरी ओर रोडवेज पर कोई असर दिखाई नही दिया. यहां पहले की तरह रूटीन में बसें चल रही थी. हालांकि राजनीतिक संगठनों ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन आदि करने का कार्यक्रम बनाया था, जिसको लेकर पुलिस भी अलर्ट दिखी. अंबाला में बाजार खुले नजर आए तो वहीं शहर की कपड़ा मार्केट पूरी तरह से खुली रही.
अंबाला में सड़कों पर विभिन्न संगठन यमुनानगर में किसानों की ट्रैक्टर रैली
यमुनानगर के बिलासपुर में किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर भारत बंद का समर्थन किया. इसके अलावा गधोला टोल प्लाजा पर किसानों का बंद होने के चलते कैल गांव के पास पुलिस ने रूट डायवर्ट किया है. जहां से लोगों को दूसरे रास्तों के जरिए उनके गंतव्य की ओर प्रस्थान करवाया जा रहा है.
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करनाल में रोडवेज यूनियनों का सांकेतिक धरना
करनाल में किसान संगठनों के भारत बंद के आह्वान पर कई कर्मचारी संगठन भी समर्थन में नजर आए. हालांकि रोडवेज की यूनियनों ने सांकेतिक धरना तो दिया था, लेकिन हड़ताल पर नहीं गई. बावजूद इसके रोडवेज की बसें मंगलवार को नहीं चली. सुबह से लेकर अब तक इक्का-दुक्का ही सवारियां बस स्टैंड पर आई हैं.
टोल प्लाजा पर किसानों का आंदोलन रेवाड़ी में वकीलों का वर्क सस्पेंड, हिसार में नो एंट्री
रेवाड़ी के जाट बाहुल्य बावल क्षेत्र में बाजार पूरी तरह से बंद है और किसान धरने पर बैठे हुए हैं. वकीलों की ओर से भी किसानों के समर्थन में वर्क सस्पेंड किया गया है. हिसार के राजगढ़ रोड पर विभिन्न संगठनों द्वारा जाम लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया. इस दौरान राजगढ़ रोड से शहर में एंट्री बिल्कुल बंद कर दी गई.
कई रास्तों पर लगा जाम
रोडवेज नेताओं के मुताबिक जिस मार्ग पर बसों को जाना है उस मार्ग पर कोई अवरूद्ध, जाम आदि तो नहीं ये स्पष्ट होने के बाद ही बसों को गंतव्य की ओर भेजा जाएगा. वहीं कई मार्गों पर किसानों ने प्रदर्शन कर जाम किया हुआ है. रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक ऐसे में बसों को भेजने का रिस्क नहीं लिया जा सकता है.
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फतेहाबाद में सड़कों पर व्यापारी
फतेहाबाद में भारत बंद के आह्वान का असर दिखाई दिया है. जिले में दुकानदारों ने किसानों के समर्थन में अपनी दुकानें बंद रखी. यहीं नहीं कई संगठनों के साथ-साथ व्यापारी वर्ग ने भी किसानों के साथ सड़कों पर आकर प्रदर्शन किया.
झज्जर में थमे रोजवेज के पहिए
झज्जर शहर से रोहतक, भिवानी, दिल्ली के सभी रास्ते बंद होने के कारण यहां की बस सेवाएं बंद रहीं. हालांकि बाकी रूटों पर बसें चलीं. वहीं सुरक्षा को लेकर शहर के मुख्य चौक चौराहों पर पुलिस की काफी तादाद दिखी.
असमंजस में दुकानदार
बाजारों में भारत बंद का आधा अधूरा ही असर देखा गया. हालांकि अभी भी दुकानों के बाहर दुकानदार जमा हैं और इंतजार कर रहे हैं कि स्थिति किस ओर जाती है. हर बाजार की स्थिति मिलीजुली है. सुबह 11 बजे तक अंबाला में कोई खास असर नहीं देखा गया. हालांकि पंजाब बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगाए हैं, जबकि पंजाब जाने के लिए नारायणगढ़ रोड, जमीतगढ़ व जड़ौत से रूट डायवर्ट किए गए थे.