चंडीगढ़: 'देसां मै देस हरियाणा, जित्त दूध दही का खाना', हरियाणा के लिए प्रचलित इस लोकोक्ति को एक बार फिर यहां के लोगों ने सच साबित करके दिखाया है और पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया है. आप सोच रहे होंगे हरियाणा को किस बात में पहला स्थान मिला है ? तो बता दें कि एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत हरियाणा को देश के 29 राज्यों की सूची में पहला स्थान मिला है.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से इस संबंध में स्कोर कार्ड जारी किया गया है. जिसके मुताबिक हरियाणा को 46.7 अंकों के साथ एनीमिया मुक्त भारत की लिस्ट में सबसे शीर्ष पर रखा गया है. बता दें कि इससे पहले 2019-20 में हरियाणा इस लिस्ट में 12वें स्थान पर था, लेकिन एक लंबी छलांग मारते हुए हरियाणा ने ये पहला स्थान हासिल किया है.
हरियाणा के लिए ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि इसलिए भी है, क्योंकि कोरोना काल के दौरान हरियाणा ने शीर्ष स्थान हासिल किया है. वो कोरोना काल जिस दौर में सभी सेवाएं बंद थी. यहां तक की स्वास्थ्य सेवाएं भी कोरोना की वजह से प्रभावित थी, लेकिन कोरोना काल में हरियाणा सरकार की ओर से कई तरह के खास कदम उठाए गए. जिसके बारे में भी आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले जान लेते हैं कि आखिर एनिमिया है क्या और किस तरह से ये जानलेवा होता है
हरियाणा सरकार ने एनिमिया मुक्त भारत अभियान को लॉन्च किया और उसके बाद हरियाणा ने इस कार्यक्रम को केंद्र सरकार के कार्यक्रम के साथ जोड़ दिया. केंद्र सरकार की तरफ से इसको लेकर स्कोर कार्ड भी जारी किया जाने लगा. 29 राज्यों में हरियाणा पहले 2017-18 में 22 वें स्थान पर था, 2019-20 में हरियाणा 10 वें स्थान पर आ गया.
इसके बाद में केंद्र सरकार की तरफ से इस कार्यक्रम को गति देने के लिए 2020-21 का मासिक स्कोर कार्ड जारी करना शुरू किया गया. इसके तहत अप्रैल में हरियाणा मासिक रेटिंग में 12वें स्थान पर था, लेकिन मई में हरियाणा नंबर 1 पर आ गया. इसके बाद जून, जुलाई और अगस्त में भी हरियाणा इस रेटिंग में नंबर 1 पर रहा.