चंडीगढ़ःकोरोना वायरस को लेकर हुए लॉकडाउन ने सभी की परेशानियां बढ़ा दी हैं. सरकारों की चुनौतियां तब और बढ़ गई, जब इसी दौरान किसानों की रबी की फसल तैयार थी और सरकार को किसानों की फसल खरीदनी थी. साथ ही मंडियों में भीड़ को भी रोकना था, ताकि किसानों में कोरोना का संक्रमण ना फैले.
इसके लिए हरियाणा सरकार ने खरीद केंद्रों की तादाद बढ़ा दी और सरसों खरीद के दौरान पहले दिन सुबह शाम 25-25 किसानों को बुलाया गया. लेकिन अगले ही दिन से 50-50 किसान आने लगे. गेहूं खरीद में भी हर दिन 35-35 किसानों को बुलाने की पॉलिसी तय की गई है.
जानें कोरोना संकट के बीच किस तरह से फसल की खरीद कर रही सरकार ? अब तक 24987.25 मीट्रिक टन सरसों की खरीद
खाद्य और आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने बताया कि इस समस्या को लेकर सरकार ने कई बैठकें की, जिसके बाद तय किया गया कि किसानों की फसलों की खरीद समय के अनुसार की जाएगी. सरकार ने 15 अप्रैल से सरसों की खरीद शुरू हुई, जबकि 20 अप्रैल से गेहूं की खरीद चल रही है.
पहले प्रदेश में सरसों की खरीद 80 जगहों पर होती थी, जबकि इस बार 170 खरीद केंद्र हैं. वहीं पहले गेहूं की खरीद 480 केंद्रों पर की जाती थी, इस बार 1900 केंद्रों पर खरीद हो रही है. 12000 से ज्यादा कर्मचारी सरसों और गेंहू खरीद में लगे हैं.
हरियाणा सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 2 दिनों में हरियाणा में 25 हजार 559 किसानों से 2 लाख 83 हजार 888 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है. जबकि 15 अप्रैल से 21 अप्रैल तक 55391 किसानों से 1 लाख 49 हजार 975 मीट्रिक टन सरसों की खरीद हुई है. 12000 से ज्यादा कर्मचारी सरसों और गेंहू खरीद में लगे हैं.
मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन से फायदा
किसानों की फसल की खरीद के लिए सरकार ने मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है. विपक्षी पार्टियों ने इस पर सवाल भी उठाया था. इसको लेकर हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने बताया कि बिना रजिस्टर किए, किसानों को फोन के माध्यम से खरीद केंद्र तक बुलाना मुश्किल रहता.
वहीं कोरोना के चलते इस बार सरकार की तरफ से खरीद को लेकर किसानों की सीमा तय कर दी थी. फसल खरीद को लेकर सरकार ने पहले एक किसान से 40 क्विंटल सरसों की खरीद का कैप लगा दिया था. लेकिन बाद में इसे हटा दिया गया, किसान जितना अनाज लेकर मंडी में पहुंचेगा, सभी की खरीद की जाएगी.
प्रदेश में अब किसानों के फसल की खरीद हो रही है. फसलों की खरीद शुरू होने के बाद हरियाणा कोरोना रिलीफ फण्ड में 161 सरसों उत्पादक किसानों ने 194819 रुपये का और 44 गेहूं उत्पादक किसानों ने 197151 रुपये जमा कराए हैं.
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