चंडीगढ़: प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने हरियाणा के तमाम सरकारी अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्हें हरियाणा में नौकरी करनी है तो उन्हें विधायकों की सुनने की आदत डाली पड़ेगी. गृह मंत्री ने कहा कि इस तरह की शिकायत विधायक मुख्यमंत्री के पास करेंगे तो आवश्यक कार्रवाई होगी. उन्होंने ये भी कहा कि प्रोटोकॉल में विधायक मुख्य सचिव से ऊपर हैं.
बता दें कि बीते दिन हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने अपने कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 11 जिलों के विधायकों के साथ बैठक की. जिसमें विधायकों ने कमेटियों के गठन पर सुझाव देते हुए अपने क्षेत्र की समस्याएं भी उठाई.
विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के सामने उठाया था ये मुद्दा
इसी दौरान विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के सम्मुख अधिकारियों द्वारा उनके फोन नहीं उठाने ( नजरअंदाज ) करने का मसला उठाया. गुप्ता ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विधायकों से लिखित शिकायत देने को कहा.
'हरियाणा में नौकरी करनी है तो विधायकों को दें तवज्जो' उन्होंने कहा कि वो ऐसे मामलों पर संज्ञान लेंगे और इन्हें विधानसभा की विशेषाधिकार समिति के सम्मुख रखा जाएगा. कमेटी दोषी अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है.
'विधायकों ने शिकायत की तो होगी सख्त कार्रवाई'
इस विषय पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अनिल विज ने भी कहा कि अगर हरियाणा में अधिकारियों को नौकरी करनी है तो उन्हें विधायकों की सुननी ही पड़ेगी. विज ने कहा कि अधिकारियों पर सख्ती के और भी बहुत तरीके हैं, अगर विधायक मुख्यमंत्री के पास शिकायत करेंगे तो आवश्यक कार्रवाई होगी.
उल्लेखनीय है कि बीते साल ही केन्द्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें केंद्रीय कार्मिक विभाग ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को प्रोटोकॉल का पालन कराने के आदेश जारी किए थे. इसमें कहा गया था कि सभी अफसर जनप्रतिनिधियों को पूरी इज्जत के साथ मांगी गई तमाम जानकारी उपलब्ध कराएं. हर हाल में सांसद और विधायकों का फोन उठाएं और व्यस्त होने की स्थिति में एसएमएस के जरिए तुरंत उन्हें इसकी जानकारी दें.