चंडीगढ़: हरियाणा के उच्चतर शिक्षा विभाग और यूनाइटेड किंगडम के कैंब्रिज रीजनल कॉलेज के बीच बुधवार को समझौता पत्र ( MoU) पर हस्ताक्षर हुए. जिसके तहत अब हरियाणा के सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले युवाओं को कैंब्रिज रीजनल कॉलेज में पढ़ने का अवसर मिलेगा. प्रोफेसरों को भी ट्रेनिंग लेने का मौका दिया जाएगा. यही नहीं कैंब्रिज रीजनल कॉलेज के युवा भी हरियाणा के कॉलेजों में पढ़ाई कर सकेंगे. कैंब्रिज रीजनल कॉलेज इंग्लैंड के टॉप-10 कॉलेजों में शुमार है.
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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उच्चतर शिक्षा मंत्री मूल चंद शर्मा की मौजूदगी में हरियाणा की ओर से उच्चतर शिक्षा विभाग के महानिदेशक राजीव रत्तन ने और कैंब्रिज रीजनल कॉलेज की ओर से वहां की असिस्टेंट प्रिंसिपल मिसेज मोरेन होरन ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उच्चतर शिक्षा विभाग और कैंब्रिज रीजनल कॉलेज को इस एमओयू पर हस्ताक्षर के लिए बधाई दी.
उन्होंने कहा कि हुए कहा कि आज हरियाणा के उच्चतर शिक्षा विभाग और यूनाइटेड किंगडम के कैंब्रिज रीजनल कॉलेज ने रोजगार-कार्यक्रम, खेल शिक्षा, अंग्रेजी भाषा कार्यक्रम, छात्र-विनिमय समर स्कूल और शिक्षक-प्रशिक्षण जैसे क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए समझौता किया है. सीएम ने कहा कि आज समय की आवश्यकता है कि उच्चतर शिक्षा का विविधीकरण करके इसे और अधिक बढ़ावा दिया जाए, ये हमारी नई शिक्षा नीति का भी एक हिस्सा है.
सीएम ने उम्मीद जताई कि दोनों संस्थाएं मिलकर जॉब प्लेसमेंट, स्वरोजगार, एंटरप्रेन्योरशिप तथा इन्क्यूबेशन के लिए प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के युवाओं तथा फैकल्टी को तैयार करने में सफल होंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये एमओयू हरियाणा के युवाओं के सुदृढ़ भविष्य के नए द्वार खोलेगा. इससे राज्य की शिक्षा ग्लोबल क्वालिटी स्टैंडर्ड के मानक स्तर की होगी. विदेशों के अधिक से अधिक युवा हरियाणा में भारतीय-विद्या, भारतीय भाषाएं दवाओं का आयुष सिस्टम, योग, आर्ट्स, संगीत, इतिहास, संस्कृति तथा आधुनिक भारत के विषय पढ़ने आएंगे.
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हरियाणा के उच्चतर शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी इस अवसर पर एमओयू के लिए दोनों संस्थाओं को बधाई दी और कहा कि राज्य सरकार का ये कदम प्रदेश के युवाओं और सरकारी कॉलेज के प्रोफेसरों की स्किल में बढ़ोतरी करेगा. हरियाणा के उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण ने एमओयू पर हस्ताक्षर करने से पहले दोनों संस्थाओं का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि ये प्रोजेक्ट ग्लोबल ट्रेनिंग एजुकेशन प्रोग्राम और किंग्समीड द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा. इस एमओयू से प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले युवाओं को इंडस्ट्रीज की जरुरत के अनुसार आधुनिक स्किल से अपडेट होने में सहायता मिलेगी.