चंडीगढ़: हरियाणा में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार आज उत्तरी हरियाणा, दक्षिण एवं दक्षिण-पूर्व हरियाणा और पश्चिम एवं दक्षिण पश्चिम हरियाणा में भारी बारिश होने वाली है. मौसम विभाग के अनुसार अगले 7 दिनों तक प्रदेश में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा.
इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना: मौसम विभाग के अनुसार आज उत्तर हरियाणा के कई इलाकों चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल और करनाल में आकाशीय बिजली गिरने, तूफान और बादल गरजने के साथ तेज बारिश होने की संभावना है. वहीं, दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व हरियाणा के कुछ हिस्सों महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत और पानीपत में भी आज तेज बारिश के साथ-साथ तूफान, बादल गरजने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई जा रही है. इसके अलावा आज पश्चिम एवं दक्षिण पश्चिम हरियाणा के सिरसा, फतेहाबाद, जींद, चरखी दादरी और भिवानी में भी बारिश के साथ-साथ आकाशीय बिजली गिरने और तूफान की की संभावना है.
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हरियाणा में अधिकतम तापमान: मौसम विभाग के अनुसार सोमवार, 16 अक्टूबर को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान भिवानी में दर्ज किया गया है. भिवानी में अधितम तापमान 32.7 डिग्री दर्ज किय गया. भिवानी में रविवार 15 अक्टूबर को अघिकतम तापमान 35.7 डिग्री दर्ज किया गया था. इसके बाद मेवात में अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं, महेंद्र में धिकतम 32.0 डिग्री दर्ज किया गया.
हरियाणा में न्यूनतम तापमान: मौसम विभाग के अनुसार सोमवार 16 अक्टूबर को फतेहाबाद में न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री दर्ज किया गया. बता दें कि रविवार 15 अक्टूबर को फतेहाबाद में न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री दर्ज किया गया था. वहीं, पंचकूला में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री दर्ज किया गया. हिसार में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री दर्ज किया गया.
मौसम का पूर्वानुमान: मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ समुद्र तल से 31 किलोमीटर और 4.5 किलोमीटर के बीच पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में किसी पूर्व से लेकर अक्षांश 28 डिग्री उत्तर के उत्तर में अब उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्र में औसत से 3.1 किसी के बीच एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता है. पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में जम्मू संभाग और उससे सटे पाकिस्तान पर औसत समुद्र तल से लगभग 64 और 5.8 3.1 किलोमीटर ऊपर है. ऐसे में पंजाब और आसपास के क्षेत्र पर प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण अब हरियाणा और आसपास के क्षेत्र पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 2.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है.
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