चंडीगढ़:हरियाणा के कई जिलों में आज मौसम (Haryana Weather Update) सुहावना रहेगा. मौसम विभाग चंडीगढ़ के मुताबिक आज हरियाणा के कई जिलों में गरज चमक के साथ बरसात हो सकती है. 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी. मौसम विभाग का मानना है कि बादल छाए रहने से तापमान में कुछ गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से कुछ हद तक राहत मिलेगी. आज हरियाणा में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहेगा.
इन जिलों में आज येलो अलर्ट
मौसम विभाग चंडीगढ़ ने हरियाणा के 11 जिलों में येलो अलर्ट (yellow alert) जारी किया है. महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी और चरखी दादरी में येलो अलर्ट है. इन जिलों में गरज चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है. येलो अलर्ट का मतलब है कि खतरे के प्रति सावधान रहें. येलो अलर्ट लोगों को सिर्फ सचेत करने के लिए जारी किया जाता है, और ये अलर्ट जस्ट वॉच का सिग्नल है.
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मानसून का कुछ समय और इंतजार
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून (monsoon in haryana) के लिए हरियाणा के लोगों को अभी कुछ समय का इंतजार करना पड़ सकता है. आमतौर पर 25 जून के बाद मानसून की आवक शुरू हो जाती है. लेकिन इस बार प्री मानसून बारिश 15 दिन पहले ही हो गई. हालांकि फिर भी मानसून की बारिश अभी तक शुरू नहीं हुई है. हरियाणा में अब मानसून की बारिश जुलाई में शुरू हो सकती है.
मौसम आधारित कृषि सलाह
- मौसम में नमी की अधिकता और बादलवाई लगातार रहने के कारण अगेती नरमा/कपास और सब्जियों की फसल में कीटों और रोगों का प्रकोप होने की संभावना को देखते हुए किसान फसलों की लगातार निगरानी रखें. यदि प्रकोप दिखाई दे तो दवाइयों का स्प्रे करें.
- सब्जियों के खेतों में आवश्यकता अनुसार निराई, गुड़ाई कर नमी संचित करें और आवश्यकता अनुसार सिंचाई करें.
- ग्वार, बाजरा और अन्य खरीफ फसलों के लिए खेत तैयार कर उत्तम किस्मों के बीजों का प्रबंध कर बिजाई शुरू करें. बिजाई से पहले बीजोपचार अवश्य करें.
- धान की नर्सरी में आवश्यता अनुसार सिंचाई और खाद प्रबन्धन अवश्य करें, यदि नर्सरी में पीलापन आये तो 0.5% जिंकसल्फेट, 0.5% फेरससल्फेट और 2.5% यूरिया का घोल बनाकर छिड़काव करें. ये छिड़काव आवश्यकता अनुसार 4 5 दिनों के अन्तराल पर दोहरायें.
- धान में बकानी रोग से बचाव के लिए पनीरी को उखाड़ने से 7 दिन पहले 250 ग्राम कार्बेंडाजिम प्रति आधा कनाल नर्सरी क्षेत्र में रेत में मिलाकर पनीरी में एक सार बिखेर दें, पनीरी को खड़े पानी में ही उखाड़ें.
- धान लगाने के लिए अच्छी तरह से खेत तैयार कर नमी संचित करें, यदि पानी उपलब्ध हो तो धान लगाना शुरू करें.