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Haryana Weather Update: गर्मी का सितम जारी, इन जिलों में लू की चेतावनी, जानें कब है बारिश के आसार - हरियाणा बारिश येलो अलर्ट

हरियाणा में गर्मी का सितम लगातार जारी है. सूबे में मानसून का इंतजार बढ़ता जा रहा है. रोजाना बढ़ रही गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. जानिए आज हरियाणा में मौसम (Haryana Weather Update) कैसा रहेगा.

Haryana Weather Update
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Published : Jun 30, 2021, 6:47 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में 29 जून की तरह आज भी मौसम (Haryana Weather Update) गर्म रहेगा. दिनभर तेज धूप निकलेगी और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी. वहीं मानसून के लिए हरियाणा (Haryana Monsoon Rain) को अभी कुछ दिनों का इंतजार और करना होगा. मौसम विभाग चंडीगढ़ के मुताबिक आज हरियाणा में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहेगा.

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मौसम विभाग के मुताबिक मानसून टर्फ उत्तर में ऊपर हिमालय की तरफ बढ़ने के कारण मानसूनी हवाएं हरियाणा की तरफ नहीं बढ़ पा रही हैं. मानसूनी हवाओं की सक्रियता के लिए अनुकूल परिस्थितियां अगले दो-तीन दिनों के बाद ही बनने की संभावना है. 2 जुलाई के बाद हरियाणा में बारिश शुरू हो सकती है. इसके अलावा मौसम विभाग ने अंबाला, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल और फरीदाबाद में हीट वेव चलने की आशंका जताई है. हीट वेव को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है.

इन बातों का रखें ध्यान

  • जरूरी हो तो ही घर से बाहर जाएं
  • बाहर जाते समय अपने साथ छाता या सिर पर कपड़ा रखें
  • अपने साथ पीने के लिए पानी भी अवश्य रखें, शरीर में पानी की कमी ना होने दें
  • मौसमी फल जैसे खरबूज, तरबूज, आम, खीरा, ककड़ी का सेवन जरूर करें

मानसून का कुछ समय और इंतजार

मौसम विभाग के मुताबिक मानसून के लिए हरियाणा के लोगों को अभी कुछ समय का इंतजार करना पड़ सकता है. आमतौर पर 25 जून के बाद मानसून की आवक शुरू हो जाती है. लेकिन इस बार प्री मानसून बारिश 15 दिन पहले ही हो गई. हालांकि फिर भी मानसून की बारिश अभी तक शुरू नहीं हुई है. हरियाणा में अब मानसून की बारिश जुलाई में शुरू हो सकती है.

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दरअसल, मानसून की उत्तरी सीमा 19 जून को बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला, अमृतसर तक पहुंची थी, लेकिन इसके बाद आगे नहीं बढ़ पाई. पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) की वजह से ऊपरी सतह की ज्यादा ऊंचाई वाली पश्चिमी हवाओं के चलने से बंगाल की तरफ से नमी वाली पुरवाई मानसूनी हवाओं की सक्रियता कम हो गई है.

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