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Published : Jun 30, 2022, 8:21 PM IST

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एमएसएमई में हरियाणा को देशभर में तीसरा स्थान, पीएम मोदी ने दिया अवॉर्ड

एमएसएमई में हरियाणा को देशभर में तीसरा स्थान (haryana ranks third in msme) मिला है. इस मौके पर एमएसएमई नेशनल अवॉर्ड समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा को अवॉर्ड दिया.

haryana ranks third in msmes
haryana ranks third in msmes

चंडीगढ़: MSME (Micro Small and Medium Enterprises) की ताजा जारी रैंकिंग में हरियाणा को तीसरा स्थान (haryana ranks third in msme) मिला है. वीरवार को नई दिल्ली में भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय ने उद्यमी भारत कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया. इस एमएसएमई नेशनल अवॉर्ड समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा को अवॉर्ड दिया. एमएसएमई के क्षेत्र में हरियाणा देश के टॉप-3 राज्यों में शामिल है. पीएम ने इस अवसर पर हरियाणा की औद्योगिक नीतियों की काफी तारीफ की.

हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी और भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय का धन्यवाद किया. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बड़े उद्योगों के साथ हरियाणा छोटे एवं लघु उद्योगों के मामले में भी टॉप परफॉर्मिंग स्टेट्स में बना हुआ है. दुष्यंत चौटाला ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेश के सभी उद्यमियों को भी बधाई दी और कहा कि हमारा हमेशा से संकल्प रहा है कि प्रदेश में नए उद्योग लगें, उनका विकास हो और हमारे युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिले.

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा ने पिछले कुछ वर्षों में तेजी से आर्थिक विकास किया है और इसमें हमारे एमएसएमई का विशेष योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 9.7 लाख एमएसएमई हैं, जो कि बढ़ती अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार ने एमएसएमई के लिए कई नई योजनाएं और पहल आरंभ की हैं, ताकि उनको संस्थागत सलाह और सुविधा प्रदान की जा सके, साथ ही एक मजबूत नीतिगत ढांचा भी बनाया जा सके.

डिप्टी सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में एमएसएमई का समर्थन करने के लिए एक समर्पित विभाग 'एमएसएमई निदेशालय' की स्थापना की है. इससे बाजार, प्रौद्योगिकी और कुशल श्रमिकों तक पहुंच आसान हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में औद्योगिक विकास, विशेषकर एमएसएमई के लिए लक्षित नीतियां लेकर आई है. उपमुख्यमंत्री ने राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में बताया कि हरियाणा ने 'वोकल फॉर ग्लोबल' के सिद्धांत पर चलते हुए अपनी तरह का एक प्रोग्राम 'पदमा' शुरू किया है.

जिसका मुख्य उद्देश्य खंड स्तर पर एक गतिशील, आत्मनिर्भर और संपन्न औद्योगिक बुनियादी ढांचा तैयार करना है. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार एमएसएमई के विकास के लिए भारत सरकार के क्लस्टर विकास दृष्टिकोण पर पूरा फोकस कर रही है. दुष्यंत चौटाला (dushyant chautala deputy chief minister haryana) ने कहा कि हरियाणा अपनी तरह की पहली 'राज्य मिनी क्लस्टर योजना' भी लेकर आया है. अब तक, एमएसई-सीडीपी योजना के तहत हरियाणा से 140 करोड़ रुपये की लागत के 9 क्लस्टरों को मंजूरी दी गई है.

इसमें से भारत सरकार की ओर से 58 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है, जबकि राज्य मिनी क्लस्टर विकास योजना के तहत प्रदेश में 43 एमएसएमई क्लस्टर की विभिन्न पहलें, जिनकी कीमत 119 करोड़ रुपये से अधिक है, आरंभ की गई हैं. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार के इन व्यापक क्लस्टर विकास प्रयासों से हरियाणा में 8,000 से अधिक एमएसएमई लाभान्वित हुए हैं. इस कार्यक्रम में हरियाणा के दो एमएसएमई को भी अवॉर्ड मिला है. इनमें डॉक्टर हरजिंद्र कौर तलवार को वुमैन कैटेगरी के स्मॉल सर्विस एंटरप्राइज में प्रथम तथा रिषभ गुप्ता को मैन्युफैक्चरिंग माइक्रो इंटरप्राइज की ओवरऑल कैटेगरी में तीसरे स्थान का अवॉर्ड मिला है.

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