चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस ने साल 2021 में मोबाइल फोन चोरों पर नकेल कसी है. हरियाणा पुलिस महानिदेशक प्रशांत अग्रवाल (Haryana Director General of Police Prashant Agarwal) के मुताबिक हरियाणा साइबर पुलिस ने आईएमईआई नंबर को सर्विलांस पर ट्रैक करते हुए 4183 हैंडसेटस को बरामद किया. पुलिस महानिदेशक के मुताबिक ज्यादातर फोन यूजर की गलती से गुम हुए थे. छोटे-मोटे चोरों ने भी सार्वजनिक स्थानों पर हाथ साफ किए थे. बरामद हैंडसेट में ज्यादातर कीमती हाई-एंड स्मार्टफोन शामिल हैं.
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार अग्रवाल के अनुसार हरियाणा पुलिस की जीआरपी इकाई ने भी 300 मोबाइल फोन बरामद करने में योगदान दिया. वहीं हरियाणा पुलिस की साइबर इकाइयों (Haryana Police cyber crime) ने यमुनानगर जिले में सर्वाधिक 538 मोबाइल फोन बरामद किए गए, जबकि पंचकूला में 349, हिसार में 287, गुरुग्राम में 284, करनाल में 257, अंबाला में 241, कैथल में 229, नूंह में 188, फतेहाबाद में 186, जींद में 170 पलवल में 166, रोहतक में 132, पानीपत में 129, सिरसा में 122, दादरी में 119, नारनौल में 112, हांसी में 83, भिवानी में 67, कुरुक्षेत्र में 54, रेवाड़ी में 56, फरीदाबाद में 46 तथा झज्जर और सोनीपत में 34-34 मोबाइल फोन बरामद हुए.
डीजीपी ने बताया कि मोबाइल बरामद होने के बाद पुलिस शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर असल मालिकों को मोबाइल सौंप देती है. गुम हुआ फोन मिलना कई लोगों के लिए वास्तव में खुशी और भावनात्मक क्षण होता है. नागरिकों की ओर से साइबर पुलिस टीम की सराहना की जा रही है और इस महत्वपूर्ण मुहीम से पुलिस की तकनीकी प्रगति में उनका विश्वास भी बढ़ा है. डीजीपी ने कहा कि नवीनतम तकनीक के साथ लापता फोन का पता लगाना हरियाणा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है और चल रहे एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के तहत इस साल हम बेहतर रिकवरी (Haryana Police Missing Mobile Recovery) की उम्मीद करते हैं.