चंडीगढ़/जोधपुर. बुधवार रात को दिल्ली सराय स्टेशन से रवाना हुई दिल्ली-सराय-जोधपुर एक्सप्रेस में रात को हरियाणा पुलिस के जवानों ने जमकर उत्पात मचाया. हरियाणा पुलिस के जवानों ने दिल्ली से ट्रेन के तीन स्लीपर कोच एस-9, एस-10 और एस-11 पर कथित रूप से कब्जा कर लिया. उन्होंने किसी भी यात्री को कोच के अंदर घुसने नहीं दिया. जिन यात्रियों की कोच में सीट बुक थी, जवानों ने उनको भी बाहर निकाल दिया और मारपीट, धक्का-मुक्की भी की.
यहीं नहीं शराब के नशे में हरियाणा पुलिस के जवानों ने पूरी रात यात्रियों को परेशान किया, यहां तक की टीटी भी कोच में नहीं घुसने दिया गया और जवानों ने टीटी के साथ भी बदसलूकी की. जिससे यात्रियों ने अपनी रात दहशत में गुजारी.
इस दौरान हरियाणा पुलिस के उत्पाती जवानों ने ट्रेन की कम से कम 10 बार चैन खींच दी, जिससे ट्रेन लेट हो गई. ट्रेन के लेट होने से एस1 में यात्रा कर रहे परिवार की 2 माह की बच्ची की मौत हो गई, जिसकी पुष्टि डेगाना जंक्शन पर डॉक्टर ने की. लेकिन, उसके परिजन जोधपुर नहीं आने से पूरी जानकारी सामने नहीं आई है.
यात्री निर्भिक डोयल ने बताया कि उसने मेडिकल हैल्प के लिए रेल मंत्री को ट्विट भी किया था, तब जोधपुर पहुंचने पर आरपीएफ के जवान कोच पर पहुंचे था, उन्होंने हरियाणा पुलिस के अधिकारियों से घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त की. मामले को लेकर अभी कोई रिपोर्ट जोधपुर में दर्ज नहीं हुई है. लेकिन, ट्रेन में कई शिकायतें प्राप्त हुई जिसके आधार पर आरपीएफ कार्रवाई करेगा.
वहीं घटना को लेकर हरियाणा पुलिस के अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते हुए दिखाई दिए. जब उनसे घटना को लेकर सवाल किया गया तो हरियाणा पुलिस के सीआई ने कहा कि उनके जवानों ने किसी यात्री को अंदर आने से मना नहीं किया है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने टीटी से किसी तरह की बदसलूकी के लिए माफी मांगी है.
वहीं जोधपुर पहुंचे हरियाणा पुलिस के डीवाइएसपी ने तो घटना से किनारा ही कर लिया, उन्होंने कहा कि मेरे किसी भी जवान ने ऐसा नहीं किया है. मैं खुद ट्रेन में निरीक्षण कर रहा था और अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जांच करवाई जाएगी.
ट्रेन के टीटी ने बताया कि ट्रेन की तीनों बोगी पर हरियाणा पुलिस के जवानों ने कब्जा कर लिया और किसी को भी अंदर नहीं आने दिया. वहीं जो हरियाणा पुलिस के डिप्टी एसपी कह रहे है कि वो खुद निरीक्षण कर रहे थे, वो अपने एसी कोच में सो रहे थे.
बता दें कि बुधवार रात को दिल्ली-सराय से ट्रेन रवाना होने के बाद से ही विवाद शुरू हो गया था. उसके बाद रेवाड़ी में आरपीएफ ने आकर बोगी के दरवाजे खुलवाए थे. लेकिन, हरियाणा पुलिस के जवानों पर काबू नहीं कर पाए, जिसके चलते जीआरपी के जवानों ने यात्रियों को दरवाजे बंद रखने की नसीहत दी. यात्रियों के अनुसार पूरे रास्ते ट्रेन में चैन पुलिंग होती रही, वहीं ट्रेन के टीटी ने भी हालातों की पुष्टि की है. बता दें कि हरियाणा पुलिस के जवानों की तैनातगी प्रदेश में निकाय चुनावों में की गई है.
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