चंडीगढ़: हरियाणा में बेहतर पुलिस व्यवस्था से क्राइम की रफ्तार लगातार घट रही है. हरियाणा पुलिस ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि साल 2018 के मुकाबले साल 2019 के पहले 10 महीनों में अपराध के ग्राफ में 6.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है. जहां अपहरण की वारदातें 15.74 प्रतिशत घटी हैं वहीं हत्या के प्रयास की घटनाओं में भी 11.22 प्रतिशत की कमी आई है.
किस अपराध के कितने मामले हुए दर्ज ?
अक्टूबर 2019 के बीच हत्या का प्रयास, अपहरण, डकैती, हमला, मारपीट, दंगे, चोरी और सड़क दुर्घटना जैसी की घटनाओं के कुल 47,275 मामले दर्ज किए गए जबकि 2018 में इसी अवधि के दौरान ये आंकडा 50,406 था.
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अपराध में कमी के आंकड़ों को सांझा करते हुए विर्क ने बताया कि इस साल पहले 10 महीनों में हत्या के प्रयास के मामलों की संख्या, पिछले वर्ष के 846 से कम होकर 751 रहीं. अपहरण के मामलों की संख्या 4,078 से घटकर 3,436 दर्ज की गई. इस दौरान, दंगों और मारपीट जैसे अपराध में भी गिरावट देखी गई. 2019 में दर्ज 4,617 मामलों की तुलना में अक्टूबर 2018 तक 4,756 मामले दर्ज हुए.
'चैन स्नैचिंग के मामलों में आई कमी'
इसी प्रकार, स्नैचिंग के मामलों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई जिनकी संख्या 2,156 से घटकर 1,785 रह गई. इस साल अक्तूबर तक डकैती के 126 मामले आए, जबकि पिछले वर्ष ये आंकड़ा 153 था.
एडीजीपी ने कहा कि धारा 304 ए (लापरवाही के कारण मृत्यु) के तहत, इस साल 202 मामले दर्ज किए गए जबकि बीते साल 222 मामले दर्ज हुए. इसी अवधि में सरकारी कर्मचारियों पर हमले के मामलों में भी कमी आई है जो 891 से घटकर 671 रह गए. साथ ही साधारण चोरी के मामले भी 456 कम हुए.
'सड़क दुर्घटना और वाहन चोरी के मामलों में आई कमी'
इसके अलावा, सड़क दुर्घटना में भी 463 मामलों की गिरावट दर्ज की गई है. बीते वर्ष 10,065 मामलों की तुलना में इस साल अक्टूबर तक सड़क दुर्घटनाओं के कुल 9,602 मामले दर्ज हुए. इस दौरान 2019 में वाहन चोरी के 14,818 मामले सामने आए जबकि 2018 में ये आंकड़ा 15,234 था.
डीजीपी मनोज यादव की देखरेख में सुधरी पुलिस व्यवस्था
विर्क ने कहा कि डीजीपी मनोज यादव की देखरेख में हरियाणा पुलिस अपराध और अपराधियों का पता लगाकर उनपर नकेल कसने के लिए ठोस कदम उठा रही है. अपराध का ग्राफ लगातार घट रहा है और हमारी पुलिस टीमें प्रभावी ढंग से राज्य में संगठित और अन्य अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए काम कर रही हैं.
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