चंडीगढ़:प्रदेश में खिलाड़ियों और सरकार के बीच इनामी राशि में कटौती को लेकर जंग जारी है. प्रदेश के खिलाड़ियों ने सरकार पर कैश अवॉर्ड की राशि कम करने का आरोप लगाया है. खिलाड़ियों ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा है कि जब हर खेल में मेहनत करते हैं तो कैश अवॉर्ड भी पूरा मिलना चाहिए.
वहीं खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि खिलाड़ियों को पॉलिसी के अनुसार अवॉर्ड राशि दी है. इसके तहत एक साल में जीते गए सबसे बड़े मेडल की पूरी राशि दी जाती है. दूसरे मेडल पर उसके कैश अवॉर्ड में 50 फीसदी कटौती होती है. विज ने आगे कहा कि खिलाड़ियों को अधिकारियों से मिलना चाहिए. हमारे दरवाजे खुले हैं. उन्हें यहां भी खेल भावना दिखानी चाहिए थी.
मेडल पर कैश अवॉर्ड का प्रावधान
खिलाड़ी एक वित्तीय वर्ष में एक से ज्यादा मेडल जीतता है तो सबसे बड़े मेडल की कैश अवॉर्ड राशि पूरी दी जाती है. दूसरे मेडल की कैश अवॉर्ड राशि में 50% और तीसरे मेडल पर 25% कटौती होती है. चौथे मेडल पर नकद राशि नहीं मिलती.
बता दें कि ये नियम हुड्डा सरकार की 2009 की खेल पॉलिसी के बाद बीजेपी सरकार में बनी 2015 की खेल पॉलिसी में भी रहा. इसी नियम को 2018 की खेल पॉलिसी में भी रखा गया है. खेल मंत्री ने कहा कि बजरंग और विनेश समेत सभी खिलाड़ियों को पॉलिसी के अनुसार ही अवॉर्ड राशि दी है.
क्यों है विवाद?
कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने पर खिलाड़ियों को कैश अवॉर्ड पूरा दे दिया गया था. कॉमनवेल्थ में गोल्ड पर डेढ़ करोड़ का इनाम है. कई खिलाड़ियों ने इससे बड़े एशियन गेम्स में भी मेडल जीता है. अब एशियन गेम्स के मेडल का कैश अवॉर्ड दिया तो कॉमनवेल्थ की आधी राशि काटकर राशि जमा कराई गई है, तो खिलाड़ी पूरा कैश अवॉर्ड मांग रहे हैं.
हरियाणा सरकार दे रही सबसे ज्यादा इनामी राशि
- सरकार ओलंपिक में स्वर्ण मेडल जीतने पर 6 करोड़, रजत पदक पर 4, कांस्य पर ढाई करोड़ देती है.
- एशियन गेम्स में स्वर्ण पर 3 करोड़, रजत पर 1.5 करोड़, कांस्य पर 75 लाख और प्रतिभागी को 7.5 लाख.
- यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पर 1 करोड़, रजत पर 65 लाख, कांस्य पर 40 लाख
- कॉमवेल्थ में गोल्ड पर 1.5 करोड़, सिल्वर पर 75 लाख, ब्रॉन्ज पर 50 लाख
- वर्ल्ड कप या वर्ल्ड चैंपियनिशप में गोल्ड पर 1.5 करोड़, सिल्वर पर 75, ब्रांज पर 50 लाख.
खिलाड़ियों ने ट्वीट कर जताई आपत्ति
विनेश फोगाट ने कहा कि हरियाणा सरकार की खेल नीति 4-5 साल पहले काफी बेहतर थी, लेकिन अब सबसे खराब है.
पहलवान बजरंग पूनिया और खिलाड़ीनीरज चोपड़ा ने ट्वीट कर कहा कि आपने जो वायदा खिलाड़ियों से किया था उसे पूरा करें.
योगेश्वर दत ने ट्वीट कर अपना दुख जताया है. उन्होंने लिखा कि सरकार द्वारा खिलाड़ियों की इनामी राशि में कटौती करना दुर्भाग्यपूर्ण है.