चंडीगढ़: मौजूदा समय में हरियाणा के कुछ जिले दंगों के दौर से गुजर रहे हैं. सबसे ज्यादा दंगाग्रस्त नूंह जिले की स्थिति बिगड़ी हुई है. यहां पर प्रशासन दंगों को कंट्रोल करने में नाकाम साबित हो रहा है. ऐसी स्थिति में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सीनियर आईएएस अधिकारी और मौजूदा समय में एचएसवीपी के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर अजीत बालाजी जोशी पर भरोसा जताया है. इसके साथ ही अजीत बालाजी जोशी को नूंह जिले की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियुक्त किया है. हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल की तरफ से जारी आदेश में अजीत बालाजी जोशी को तुरंत नूंह पहुंचने के लिए कहा गया है.
हरियाणा शहर विकास प्राधिकरण पिछले काफी समय से वित्तीय संकट से जूझ रहा था. सरकार एचएसवीपी से जुड़े जमींदारों और ठेकेदारों को पेमेंट नहीं कर पा रही थी. जमींदार दर-दर भटक रहे थे तो वहीं ठेकेदारों ने पुरानी पेमेंट नहीं होने पर आगे काम करने से इनकार कर दिया था. उस समय भी सीएम मनोहर लाल ने सीनियर आईएएस अधिकारी अजीत बालाजी जोशी पर भरोसा जताते हुए उनको एचएसवीपी का चीफ एडमिनिस्ट्रेटर लगाया था. अजीत बालाजी जोशी भी मुख्यमंत्री की उम्मीदों पर खरे उतरे. जिम्मेदारी संभालने के बाद उन्होंने एचएसवीपी को वित्तीय संकट से तो उभारा ही, साथ ही हरियाणा भर में सेक्टरों का विस्तार भी कर दिया.
बता दें कि, नूंह में हुई सांप्रदायिक झड़प में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है. नूंह हिंसा के कारण प्रदेश के आठ जिलों में धारा 144 लागू है, ताकि हिंसा का दौर फिर से शुरू न हो जाए. कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं. केंद्र सरकार की ओर से प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भेजे गए हैं. प्रदेश में पैरामिलिट्री फोर्स की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं. वहीं, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि, नूंह हिंसा अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में कुल 44 एफआईआर दर्ज हैं. वहीं, हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने कहा कि, नूंह हिंसा की जांच एसआईटी करेगी.