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पर्वतारोहियों को प्रोत्साहन देने के लिए योजना में कुछ बदलाव करने की जरूरत: मोहित मालिक

हरियाणा में सोनीपत के रहने वाले पर्वतारोही मोहित मलिक (haryana mountaineer Mohit Malik) बैंक में जॉब करते हैं, लेकिन हाल ही में अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह करके तिरंगा लहराकर आये हैं. मोहित ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अपने संघर्षों के बारे में बताया.

haryana mountaineer Mohit Malik
पर्वतारोहियों को प्रोत्साहन देने के लिए योजना में कुछ तब्दीलियां करने की जरूरत

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Published : Feb 9, 2023, 4:51 PM IST

पर्वतारोही मोहित मलिक.

चंडीगढ़:हरियाणा के पर्वतारोही मोहित मालिक इन दिनों दुनिया की अलग अलग चोटियों को फतह करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं. प्रोफेशन से बैंकर मोहित ने हाल ही में अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह किया है. ईटीवी भारत ने मोहित मालिक से खास बातचीत की.

सवाल-आप ने हाल ही में अफ्रीकन कॉन्टिनेंट की सबसे ऊंची चोटी को फतह किया है वह आपके लिए कितना बड़ा चैलेंज था?

जवाब - मोहित मालिक ने कहां की माउंट किलिमंजारो चोटी की हाइट 19हजार 341 फीट है. उन्होंने कहा कि वे एक चैलेंज लेकर भारत से गए थे, कि वे अफ्रीकन कॉन्टिनेंट की सबसे ऊंची चोटी को फतह करके आएंगे. उन्होंने कहा कि यह चुनौतीपूर्ण तो था, लेकिन मैंने अपने देश का झंडा उस चोटी पर फहरा कर खुद को बहुत ही गौरवान्वित महसूस किया.

सवाल-इससे पहले आप कहां कहां पर पर्वतारोहण के तहत चोटियों पर चढ़े हैं?

अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी

जवाब-उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग उत्तरकाशी से कोर्स किया. जिसके बाद मैने माछाधार पिक, माउंट रुदूगेरा, उत्तराखंड, फ्रेंडशिप पिक मनाली पर पर्वतारोहण के तहत फतह की है.

सवाल - अफ्रीकन कॉन्टिनेंट की जिस चोटी को आप फतह करके आए हैं. वहां आप कब गए थे और कितने दिनों में आपने उस चोटी पर फतह पाई थी?

जवाब- उन्होंने कहा कि, मैं वहां 13 जनवरी को गया था और 14 जनवरी से मैंने चोटी पर चलना शुरू किया था और 6 दिनों में मैंने अपने लक्ष्य को पा लिया था. उन्होंने कहा कि इस अभियान के लिए मुझे हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने फ्लैग ऑफ किया था.

हरियाणा के पर्वतारोही मोहित मलिक का सफर

सवाल- आपको पर्वतारोहण का शौक कैसे शुरू हुआ और इस फील्ड में आप कब आए?

जवाब - मोहित ने कहां की उन्हें बचपन से ही चोटियों में घूमने का शौक था, और बड़े बड़े पहाड़ उन्हें अपनी ओर खींचते थे. उन्होंने कहा कि फिर इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे ट्रैकिंग शुरू की. जिसके बाद उन्होंने अपने शौक को आगे बढ़ाते हुए माउंटेनियरिंग शुरू की.

सवाल- आप इस वक्त बैंकिंग सेक्टर में काम करते हैं, जो बिल्कुल ही आपके शौक से अलग है तो इसमें आप कैसे सामंजस्य बैठते हैं?

जवाब - उन्होंने कहा कि मैं बैंकिंग सेक्टर में काम करता हूं, लेकिन फिर भी मैं समय का सही तालमेल बैठा कर अपने शौक को पूरा कर रहा हूं. वे कहते हैं कि उन्हें अपना शौक पूरा करने में बैंकिंग सेक्टर में उनके जो सीनियर हैं उनका भी पूरा सहयोग मिलता है.

मोहित मलिक के सफर की तस्वीरें

सवाल- भविष्य में आपका कील चोटियों को फतह करने का प्लान है?

जवाब - उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने में एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स के लिए दार्जिलिंग जा रहा हूं. जो एक महीने का कोर्स है. जिसके बाद में जुलाई में माउंट एलब्रुस जो कि यूरोपियन महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है, उसको फतह करने के लिए निकलूंगा.

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सवाल-पर्वतारोही के तौर पर आप हरियाणा सरकार की जो योजनाएं हैं उनको लेकर कितने संतुष्ट हैं?

जवाब-उनका कहना है कि हरियाणा सरकार की पर्वतारोहियों के लिए अच्छी योजनाएं हैं. सरकार ने दुनिया की 10 चोटियों को चिन्हित किया है. जिन पर अगर फतह करते हैं, तो पांच लाख का प्रोत्साहन देते हैं. उन्होंने कहा कि जिन 10 चोटियों को चिन्हित किया गया है. उनमें से एक के-2 है, जो कि पाकिस्तान में है, हालांकि यह छोटी पाक ऑक्यूपाइड कश्मीर में है, जो कि भारत का हिस्सा है. हमें वहां जाने की परमिशन नहीं है और दूसरा माउंट एवरेस्ट को अगर चीन की साइड से फतह करते हैं, तो ही सरकार 5 लाख का पुरस्कार देती है, या उसे मान्यता देती है. जबकि माउंट एवरेस्ट को जाने के लिए सबसे पॉपुलर रास्ता नेपाल से होकर जाता है.

सवाल - तो क्या आपको लगता है कि इसमें सुधार की गुंजाइश है?

जवाब -मोहित मालिक ने कहा कि पर्वतारोही के तौर पर मुझे लगता है कि अभी सरकारी योजनाओं में और सुधार की जरूरत है सबसे पहले तो जो करना चाहिए. वह यह है कि K 2 और माउंट एवरेस्ट को लेकर जो सरकार ने रूपरेखा बनाई है, उसमें बदलाव किया जाना चाहिए. कम से कम इन दो चोटियों को तो आमेंड करना ही चाहिए. इसके साथ ही कुछ और चोटियों को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए.

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