चंडीगढ़: लंबे इंतजार के बाद हरियाणा में मानसून (Haryana Monsoon Update) दस्तक दे चुका है. मंगलवार को मानसून की सक्रियता बढ़ने से हरियाणा के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश (Rain In Haryana) हुई. जिससे एक तरफ लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली तो वहीं किसानों को भी इसका फायदा हुआ. मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के सभी क्षेत्रों में हवाओं के साथ बारिश हो सकती है.
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हरियाणा के सभी जिलों में 15 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है. इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश होने की भी संभावना है. चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर मदन खिचड़ ने बताया कि दक्षिणी हरियाणा और एनसीआर में मानसूनी बारिश हुई. अब धीमे-धीमे मानसून की सक्रियता और बढ़ेगी. प्रदेश के पाश्चिमी और दक्षिणी क्षेत्रों में कुछ एक स्थानों पर बारिश होने की संभावना है.
मंगलवार को हुई मानसून की पहली बारिश (Haryana Monsoon Update) ने प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी है. हरियाणा के कई बड़े शहरों में जलभराव (Water logging) की स्थिति देखने को मिली. कई जिले भी हैं जहां बाढ़ जैसे हालात बन गए. यमुनानगर में भारी बारिश(Heavy rain Yamunanagar) के बाद कई गांवों में पानी घुस आया. आलम ये हो गया कि कई सड़कों का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह से कट गया. यमुनानगर के बॉम्बे पुर, चांदपुर और नग्गल पट्टी गांव में मानसून की पहली बारिश (Monsoon First Rain Yamunanagar) से ड्रेन टूटने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई.
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ऐसा ही हाल साइबर सिटी गुरुग्राम का भी हुआ. हर साल की तरह इस साल भी मानसून की पहली बारिश के बाद गुरुग्राम की सड़कों का हाल वही नजर आया. जलभराव इस कदर था कि लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया. स्थानीय लोगों ने कहा कि हर साल करोड़ों रुपये खर्च करने के दावे किए जाते हैं. दावा किया जाता है कि इस बार जलभराव नहीं होने दिया जाएगा लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसो दूर नजर आती है.