चंडीगढ़: बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनका शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरूर होता है लेकिन कुपोषण के कारण अक्सर बच्चों का शारीरिक विकास रुक जाता है. जिसके चलते हरियाणा सरकार बच्चों के पोषण स्तर को बेहतर करने और कुपोषण मुक्त हरियाणा के लिए काम कर रही है. राज्य सरकार की ओर से इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने भारत में कार्यरत संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के साथ समझौता किया है.
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सुमित्रा मिश्रा ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग और संयुक्त राष्ट्र विश्व कार्यक्रम के बीच पोषण और लिंग सशक्तिकरण के क्षेत्र में विभाग के काम को मजबूत करने के लिए ज्ञान, कौशल और विशेषज्ञता के हस्तांतरण और आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करना है. इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक मोनिका मलिक व देश में विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) की प्रतिनिधि एलिजाबेथ फॉरे के बीच एलओयू का आदान-प्रदान किया.
अतिरिक्त सचिव ने कहा कि एकीकृत बाल विकास सेवाओं (ICDS) की पोषण प्रभावशीलता बढ़ाने पर डब्ल्यूएफपी के साथ यह सहयोग हरियाणा में महिलाओं और बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार लाने में मदद करेगा. यह सहयोग कुपोषण और महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के प्रयासों को मजबूत करेगा. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूसीडी विभाग हरियाणा में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए डब्ल्यूएफपी के साथ जुड़ेगा. उन्होंने सतत विकास लक्ष्य 2 यानी भुखमरी समाप्त करने, खाद्य सुरक्षा और बेहतर पोषण प्राप्त करने की दिशा में सरकारी प्रयासों का समर्थन करने के लिए WFP की भूमिका की सराहना की.