चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने नूंह में खनन माफिया द्वारा की गई डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई की हत्या और उस क्षेत्र में अवैध खनन की न्यायिक जांच कराने का फैसला किया (Judicial Enquiry into Death of DSP) है. इस बात की जानकारी हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने दी है. बता दें कि नूंह में खनन माफिया ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह की हत्या कर दी थी. वह मूल रूप से हिसार जिले के रहने वाले थे.
गृह मंत्री ने क्या कहा- अनिल विज ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकांउट से एक ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रदेश सरकार ने मेवात में खनन माफिया द्वारा एक डीएसपी की हत्या और उस क्षेत्र में अवैध खनन की अन्य सभी परिस्थितियों की न्यायिक जांच कराने का निर्णय लिया है.
मृतक डीएसपी के परिजनों को एक करोड़-बता दें कि हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने घोषणा की है कि नूंह में मारे गए डीएसपी के परिवार को एक करोड़ रुपये की धनराशि दी जाएगी. साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी देने का ऐलान किया है. डीएसपी सुरेंदर सिंह को हरियाणा सरकार शहीद का दर्जा देगी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि डीएसपी के हत्यारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिये गये हैं. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा.
क्या है पूरा मामला? हरियाणा के डीजीपी के मुताबिक डीएसपी सुरेंद्र सिंह को सूचना मिली थी कि कुछ लोग तावडू के पचगांव में अवैध खनन कर रहे हैं. सूचना मिलते ही डीएसपी अवैध खनन को रुकवाने के लिए अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. डीएसपी अपनी टीम के एक ड्राइवर, दो सुरक्षाकर्मी के साथ मौजूद थे. मौके पर पहुंचने के बाद डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने खनन माफियाओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की. इस दौरान खनन माफियाओं ने पत्थर से भरा डंपर डीएसपी सुरेंद्र सिंह के ऊपर चढ़ा दिया. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इस दौरान डीएसपी के साथ आए सुरक्षाकर्मियों की खनन माफियाओं के साथ मुठभेड़ हुई. जिसमें एक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार करने में सफल रही.
ये भी पढ़ें-आज होगा शहीद डीएसपी सुरेंद्र मांजू का अंतिम संस्कार, गांव में सुबह से हो रही बारिश