चंडीगढ़: हरियाणा में पैसे की कमी के कारण अब कोई भी गरीब बच्चा उच्चतर शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा. विश्वविद्यालयों ऐसे बच्चों की परिवार पहचान पत्र के डाटा से वार्षिक आय की श्रेणी निर्धारित करेंगे. हरियाणा सरकार ऐसे गरीब बच्चों की फीस खुद वहन करेगी. ये फैसला सोमवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वित्त समिति की बैठक में लिया.
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खेल विश्विद्यालय के लिए 100 करोड़- मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में सोमवार को हुई स्थायी वित्त समिति की बैठक में खेल विश्वविद्यालय हरियाणा, राई, सोनीपत के भवन व अन्य निर्माण कार्यों के लिए 100 करोड़ रुपये की ग्रांट को भी मंजूरी प्रदान की गई. मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-2024 के बजट अभिभाषण में राई, सोनीपत में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर, स्पोर्ट्स साइंस, स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, स्पोर्ट्स पोषण और खेल शिक्षा जैसे खेलों से संबंधित विभिन्न विषयों में अनुसंधान और अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए 'हरियाणा खेल विश्वविद्यालय' स्थापित करने का निर्णय लिया था.
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630 करोड़ में बनेगा खेल विश्विद्यालय- इसी मामले में मुख्यमंत्री ने सोमवार को विश्वविद्यालय के लिए स्थायी वित्त समिति की बैठक में 100 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की, जिसमें 50 करोड़ रुपये ऋण के रूप में अनुदान तथा 50 करोड़ रुपये ग्रांट इन ऐड के रूप में शामिल है. बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति एसएस देसवाल ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि हरियाणा खेल विश्वविद्यालय 254 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जा रहा है. साल 2023-24 में 100 करोड़ रुपये, 2024-25 में 230 करोड़ रुपये, 2025-26 में 200 करोड़ रुपये तथा 2026-27 में 100 करोड़ रुपए खर्च किये जायेंगे. कुल 630 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव है.
खेल विज्ञान में होगी पीएचडी- विश्वविद्यालय में खेल विज्ञान में पीएचडी, एमएसी, बीएससी के नियमित कोर्स होंगे. इसके अलावा 50 सीटों पर 42 दिन का फिटनेस सर्टिफिकेट कोर्स भी आरंभ करने का प्रस्ताव है. विश्विद्यालय में एमएससी की 20, बीएससी की 50, पीएचडी की 5 सीटें होंगी. हरियाणा के युवा सेना, अर्ध-सैनिक बल व पुलिस में भर्ती होने के लिए व शारीरिक तौर पर तैयारी करने के लिए प्राइवेट एजेंसियों के पास जाते हैं, जहां पैसे भी अधिक लिए जाते हैं. विश्वविद्यालय कम पैसे में कोर्स करवाएगा. उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि वर्तमान में पटियाला, इम्फाल, चेन्नई व वडोदरा में खेल विश्वविद्यालय चल रहे हैं.
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