चंडीगढ़:प्रदेश सरकार ने स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट को फिलहाल के लिए होल्ड कर दिया है. ये स्मार्ट मीटर घरों में बिजली के पुराने मीटर की जगह लेगने वाले थे और इस योजना के तहत लगने वाले स्मार्ट मीटर में बिजली उपभोक्ता को पहले रिचार्ज कराना पड़ता, उसके बाद रिचार्ज राशि के हिसाब से ही बिजली की यूनिट खर्च करने को मिलती. लेकिन इस योजना में प्रदेशभर के बिजली उपभोक्ताओं को आने वाली परेशानियों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने फिलहाल के लिए योजना को होल्ड कर दिया है.
सरकार ने रोकी स्मार्ट मीटर योजना, ये है वजह
बता दें, हरियाणा सरकार ने प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का एक प्रपोजल बनाया था. जिसको अब होल्ड पर डाल दिया गया है. इस प्रपोजल के शुरुआती चरण में 1 लाख 20 हजार शहरी उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर देने का लक्ष्य था स्मार्ट मीटर में प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों ही सुविधाएं दी गई थी. प्रदेश सरकार की बिजली निगम को स्मार्ट में डिजिटल बनाने की कवायद थी, जिससे कि अब सरकार ने अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं.