चंडीगढ़: हरियाणा में करीब 1500 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के चलते प्रदेश में कुल 47 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 475 मकान नष्ट हुए हैं. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बाढ़ के बाद पैदा हुए हालात की जानकारी दी. डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार जल्द ही बाढ़ मृतकों के परिवारों और प्रभावित किसानों को मुआवजे की राशि उनके खाते में भेज देगी.
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4 लाख एकड़ से ज्यादा की फसल बर्बाद- हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जानकारी दी कि हरियाणा में बाढ़ से 47 लोगो की जान गई है. जिनमें से 40 परिवारों को 1 करोड़ 7 लाख रुपया ट्रांसफर किया जा चुका है. 7 लोगो को भी जल्द ही मुहावजा दे दिया जायेगा. इसके अलावा बाढ़ से 4 लाख 8 हजार एकड़ के आसपास फसल बर्बाद हुई है. उन्होंने कहा कि 18 अगस्त तक क्षतिपूर्ति पोर्टल खुला है, किसान अपने नुकसान का डाटा अपलोड कर सकत हैं. 7 सितंबर से पहले किसान के खाते में उसकी क्षति का पैसा पहुंचाने का काम किया जाएगा.
किसानों को भी मिलेगा सिल्ट का पैसा- डिप्टी सीएम ने कहा कि जहां पर पटवारी की कमी है, वहां पर क्षतिपूर्ति सहायक लगाकर डीसी को आदेश दिए जा चुके हैं. क्षतिपूर्ति सहायक की तर्ज पर गिरदावरी सहायक तैनात किये जायेंगे जो नॉन-फ्लडेड एरिया में गिरदावरी करेंगे. यमुना के साथ लगते 6 जिलो में कटाव हुआ है, सिल्ट को हटाने के लिए योजना तैयार की गई है. जहां-जहां सिल्ट आया है, वहां पर डी-सिल्टिंग के माध्यम से एक गड्ढे में सिल्ट को इकठा किया जाएगा. डीसी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी, जो सिल्ट एक जगह इकठा हुआ है, उसकी बोली लगेगी और उसे बेचा जाएगा. इसका एक 1 तिहाई पैसा किसान और 2 तिहाई सरकार के खाते में जाएगा.