चंडीगढ़: पहाड़ में हुई बारी बारिश के बाद मैदानी इलाके बाढ़ से जूझ रहे हैं. हरियाणा में भी नदियां उफान पर हैं. प्रदेश के आधे से ज्यादा जिले बाढ़ की चपेट में हैं. हरियाणा में बाढ़ की वजह से जानमाल का भी भारी नुकसान हुआ है. अभी भी एक हजार से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. कई गांव के लोग राहत कैंपों में रह रहे हैं.
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हरियाणा में अभी तक बाढ़ की वजह से 35 लोगों की मौत हो चुकी है. हरियाणा सरकार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 1362 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं जलभराव के चलते प्रदेश में 400 से अधिक घर आंशिक या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके साथ ही बड़े पैमाने पर किसानों को पशुधन की हानि हुई है. वहीं किसानों की हजारों एकड़ फसल खराब हो गई है.
हरियाणा में जलभराव के चलते 400 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गये हैं. अभी तक बाढ़ से करीब 6629 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार की तरफ से चालीस से अधिक राहत शिविरों की भी स्थापना की गई है. प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ और पुलिस के जवान लगातार काम कर रहे हैं. इसके साथ ही बाढ़ की वजह से 1 लाख 73 हजार 138 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है.
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हरियाणा में सबसे ज्यादा जिन जिलों में जलभराव हुआ है उनमें अंबाला, फरीदाबाद, पलवल, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र और सिरसा शामिल हैं. इन जिलों में राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ ही अंबाला और फतेहाबाद में सेना की भी मदद ली जा रही है. बाढ़ की मार झेल रहे लोग अब सरकार से मदद की उम्मीद कर रहे हैं. जलभराव से कई लोगों के मकान रहने लायक नहीं रह गये हैं तो वहीं किसानों की फसल भी बर्बाद हो गई है.
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