चंडीगढ़: पिछले कुछ दिनों में हरियाणा में भरपूर बारिशहुई है. इस बार मानसून ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. कई शहरों में दशकों बाद बारिश हुई है. वहीं दक्षिण हरियाणा इस बारिश की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. हालांकि अंबाला और फरीदाबाद में भी इस साल जोरदार बारिश हुई, लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक इस साल इन दोनों जिलों को छोड़कर राज्य के सभी जिलों में सामान्य से बहुत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.
मौसम विभाग ने इस साल पहले ही चेतावनी दी थी की इस बार बंगाल की खाड़ी पर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. ऐसे में हरियाणा के कई जिलों जबरदस्त बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने पिछले दो हफ्तों में कई बार येलो और औरेंज अलर्ट भी जारी किया और मौसम विभाग की ये चेतावनी सच भी साबित हुई. मानसून के इस सीजन में जमकर बारिश हुई. शहरों में जगह-जगह जल भराव हो गया. शहर की सड़के तालाब में तब्दील हो गई, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
फरीदाबाद में बारिश के कारण ऑफिस जाने वाले लोगों को खासी दिक्कत उठानी पड़ी. सड़कें जलमग्न हो गई और लोगों को अपने कार्यालय में पहुंचने में भी समस्या हुई. फतेहाबाद प्रशासन के द्वारा मानसून को लेकर पुख्ता प्रबंध ना किए जाने के चलते शहर की सड़कें पानी से लबालब भर गई. वहीं हरियाणा जिले की करें तो यहां मंगलवार तड़के हुई भारी बारिश(Heavy rain haryana) के बाद कई गांवों में पानी घुस आया. आलम ये हो गया कि कई सड़कों का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह से कट गया. हरियाणा के बॉम्बे पुर, चांदपुर और नग्गल पट्टी गांव में मानसून की पहली बारिश (Monsoon First Rain haryana) से ड्रेन टूटने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई.
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