किसान प्रदर्शन के खिलाफ किसान नेता गुणी प्रकाश का बयान चंडीगढ़: भारतीय किसान यूनियन (भूपेंद्र सिंह मान) गुट के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर गुणी प्रकाश ने किसानों के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया दी. सूरजमुखी की खरीद को लेकर कुरुक्षेत्र में किए जा रहे आंदोलन पर उन्होंने कहा कि किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह को गिरफ्तार कर डिब्रूगढ़ जेल भेजने की भी मांग की. जिससे हरियाणा में शांति व्यवस्था कायम रह सके.
किसान नेता गुणी प्रकाश ने कुरुक्षेत्र में चल रहे किसानों के आंदोलन पर कहा कि यह लड़ाई एमएसपी की नहीं है. उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा में एमएसपी पर ही फसलों की खरीद होती है. जहां तक बात सूरजमुखी की है तो पंजाब में सूरजमुखी की फसल एमएसपी पर खरीदी ही नहीं जा रही है. जबकि हरियाणा में इसके सबसे ज्यादा दाम है. वे कहते हैं कि हरियाणा सरकार भावांतर भरपाई के तहत एक हजार रुपये दे रही है.
ये भी पढ़ें :सरकार और किसानों में टकराव बढ़ा, सभी मांगें बिना शर्त मानने का अल्टीमेटम, किसान नेता बोले- हमारी लड़ाई मोदी से खट्टर बीच में ना पड़े
वहीं केंद्र सरकार ने भी एमएसपी घोषित की है. वे कहते हैं कि किसान नेता इस मसले पर बातचीत भी कर सकते थे, लेकिन उन्होंने सीधे-सीधे जीवन रेखा कहे जाने वाले नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया. उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनको किसानों से कोई लेना देना नहीं है. केंद्र सरकार ने एमएसपी के मुद्दे पर कमेटी बनाई थी. जिसमें किसान यूनियन से भी तीन नाम मांगे गए थे लेकिन इन्होंने सीधे-सीधे उसका भी बायकॉट कर दिया था.
गुणी प्रकाश ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह किसान नेता बातचीत के लिए टेबल पर नहीं जाना चाहते बल्कि राजनीति करना चाहते हैं. सूरजमुखी को एमएसपी पर खरीदा जा रहा है. लेकिन इसके नाम पर आंदोलन करके हरियाणा को जलाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह हरियाणा में इस तरह की आग लगाकर हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में अपने स्वार्थों को सिद्ध करना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें :Haryana Farmer Protest: हरियाणा में MSP के लिए 'महाभारत', किसानों ने नेशनल हाईवे 44 पर किया कब्जा, टिकैत बोले- मांग पूरी होने तक नहीं हटेंगे
उन्होंने इन दोनों नेताओं पर हरियाणा की शांति भंग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर राकेश टिकैत को किसानों की इतनी ही प्रवाह है तो फिर उत्तर प्रदेश में पक्का मोर्चा क्यों नहीं लगाते. हरियाणा को ही क्यों बलि का बकरा बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अभी हाल ही में कई फसलों पर एमएसपी की दरों में वृद्धि की है. सवाल यह है कि यह नेता एमएसपी के मुद्दे पर बातचीत के लिए टेबल पर क्यों नहीं आते हैं.
क्यों कि यह सब 2024 के चुनावों को लेकर इन किसान नेताओं की साजिश है. इसलिए इन्होंने नेशनल हाईवे को बंद किया है. वे कहते हैं कि राकेश टिकैत के पिता ने कहा था कि यह अराजनैतिक संगठन है. लेकिन यह लोग तो खुद चुनाव लड़ चुके हैं और बुरी तरह से हार भी चुके हैं. उन्होंने इन किसान नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि 3 कृषि कानूनों के वक्त आंदोलन में जो किसान मारे गए थे, उनकी मौत के जिम्मेदार भी यही लोग हैं.
ये भी पढ़ें :फिर चर्चा में गुरनाम सिंह चढूनी: किसान आंदोलन के सहारे सियासी जमीन तलाशने की कवायद!
यह सब जातिवादी जहर फैलाकर 2024 के चुनावों में बीजेपी का विरोध करने का इनका तरीका है. इतना ही नहीं, किसान नेता गुणी प्रकाश ने कहा कि अगर हरियाणा में अमन शांति बनाए रखनी है तो राकेश टिकैत व गुरनाम सिंह चढूनी को गिरफ्तार करके डिब्रूगढ़ जेल में भेज देना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह सभी लोग हरियाणा की अमन शांति के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि इस मसले का समाधान सिर्फ बातचीत से हो सकता है. इस बातीचीत में भी राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी जैसे राजनीति से प्रेरित लोगों को शामिल नहीं किया जाना चाहिए. केवल किसान प्रतिनिधियों के साथ ही बातचीत होनी चाहिए.