चंडीगढ़: हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि, चालू आबकारी वर्ष में अभी तक आबकारी विभाग ने 100 ठेके कम करने के बाद भी पिछले साल की तुलना में 26 फीसदी अधिक राजस्व एकत्रित कर लिया है. उन्होंने बताया कि, पिछले वर्ष 1250 जोन में 2500 शराब के ठेकों की नीलामी हुई थी और उनसे 5047 करोड़ रुपये की लाइसेंस फीस का राजस्व मिला था.
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हरियाणा के डिप्टी सीएम ने कहा कि, इस वर्ष 100 ठेकों को कम किया गया है और कुछ शराब के ठेकों की बिक्री बकाया है. फिर भी आज तक 6362 करोड़ रुपये लाइसेंस फीस के तौर पर राजस्व के रूप में एकत्रित हो चुके है. यह पिछले साल की तुलना में 26 फीसदी ज्यादा है. डिप्टी सीएम ने इस राजस्व को हरियाणा के इतिहास में पहली बार एक रिकॉर्ड बताया.
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि, चालू आबकारी वर्ष के लिए शराब के लगभग सभी ठेकों की नीलामी हो चुकी है, केवल पांच जोन के बकाया थे. मंगलवार, 8 अगस्त को उनकी नीलामी की आखिरी तारीख थी. अंतिम दिन कितने ठेकों की नीलामी हुई इसका आंकड़ा अभी बाकी है. दुष्यंत चौटाला ने आबकारी एवं कराधान विभाग विभाग के अधिकारियों के प्रयासों की बदौलत राजस्व में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस वर्ष की प्रथम तिमाही में पिछले साल की तुलना में लगभग 21 फीसदी की वृद्धि हुई है.
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बता दें कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पास आबकारी एवं कराधान विभाग का प्रभार भी है. उन्होंने बताया कि आबकारी एवं कराधान विभाग के इस वित्तीय वर्ष के पहले 4 महीनों (अप्रैल-जुलाई 2023) में राज्य का कुल कर-संग्रह 23,108 करोड़ रुपये तक जा पहुंचा है. जबकि, पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 19,133 करोड़ रुपये था. यह पिछले साल की तुलना में जो 20.8 फीसदी की वृद्धि है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि, आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा कई पहल की गई हैं जिनके तहत राजस्व को अधिकतम करने, लीकेज को कम करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि, इस वर्ष की प्रथम तिमाही में वैट का संग्रहण 3,819 करोड़ रुपये था, जबकि एसजीएसटी संग्रहण (आईजीएसटी सेटलमेंट और एसजीएसटी कॉम्पेन्सेशन समेत ) 15,229 करोड़ रुपये था. पहले की तुलना में यह 31.7 फीसदी की वृद्धि है.