हरियाणा में कांग्रेस का 'हाथ से हाथ जोड़ो अभियान', उदयभान ने बताई मिशन 2024 की रणनीति चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुट गई है. एक तरफ जहां राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से पार्टी का मनोबल बढ़ा है वहीं उसको आगे जारी रखते हुए कांग्रेस 26 जनवरी से हरियाणा में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान शुरू करने जा रही है. हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान का कहना है कि हमने इस कार्यक्रम को लेकर पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है. बैठक में पूरी रणनीति बनाई जायेगी.
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान 2 महीने तक चलाया जायेगा. हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत राहुल गांधी का पत्र और केंद्र सरकार की नाकामी को जनता तक पहुंचाएंगे. इसके साथ ही केंद्र और प्रदेश दोनों सरकारों की जनता विरोधी नीतियों का पर्दाफाश किया जाएगा. देश की अर्थव्यवस्था जिस तरीके से चौपट हो गई है. भ्रष्टाचार चरम पर है. इन सब बातों को हम लोगों के बीच लेकर जाएंगे.
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उदयभान ने कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के लिए नेताओं की हर ब्लॉक स्तर पर ड्यूटी लगा दी गई है. पूरे प्रदेश में पार्टी के नेता जमीनी स्तर पर जाकर काम करेंगे. पार्टी की गुटबाजी को लेकर उन्होंने कहा कि इस आभियान में पार्टी के सभी नेता एकजुटता के साथ और मजबूती के साथ काम करेंगे. इस कार्यक्रम को 2024 के चुनाव की तैयारी के सवाल पर उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि निश्तित रूप से इसका असल चुनाव पर पड़ेगा. हम राजनीति करने आये हैं भजन तो कर नहीं रहे हैं.
सरकार द्वारा गन्ने के दामों में की गई 10 रुपये की बढ़ोतरी को उदयभान ने नाकाफी बताया. उन्होंने कहा कि कम से कम सरकार को 400 रुपये करने चाहिए. क्योंकि हमारे से ज्यादा पंजाब दे रहा है. 10 रुपये की बढ़ोतरी बहुत ही कम है. यह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार ने अपने कार्यकाल में 193 रुपये बढ़ाए थे. इन्होंने 9 साल के शासन में सिर्फ 40 रुपये बढ़ाये हैं. पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने भी गन्ने के दाम को लेकर सरकार पर हमला किया है.
आपको बता दें कि हरियाणा के किसान हरियाणा में गन्ने का दाम बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. अपनी मांग के लिए पूरे प्रदेश में किसानों का प्रदर्शन हो रहा है. किसानों ने सरकार को 24 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया था. उसके बाद 25 जनवरी से किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकलाने का ऐलान किया था. भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) के नेताओं ने कहा था कि हमारी मांग नहीं मानी गई तो गन्ना मिलों में तालाबंदी भी की जायेगी. इसी बीच 25 जनवरी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गन्ने के दाम में 10 रुपये बढ़ोतरी का ऐलान किया लेकिन किसान अभी भी इसको नाकाफी बता रहे हैं.
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