चंडीगढ़:16 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन गढ़ी सांपला सर छोटूराम धाम में दीनबंधु सर चौधरी छोटूराम की जयंती देश और प्रदेश में धूमधाम (Chootu Ram Jayanti In Haryana) से मनाया जा रहा है. इसी सिलसिले में आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, अभय सिंह चौटाला और किसान नेता राकेश टिकैत ने उन्हें याद किया.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट करते कहा कि किसानों के मसीहा, रहबर-ए-आजम, दीनबन्धु सर छोटूराम जी की जयंती पर उनको सादर नमन। युगपरिवर्तनकारी व क्रांतिकारी नेता के रूप में किसानों, मजदूरों, वंचितों के लिए अपनी आवाज़ बुलंद करने वाले #ChhotuRam जी का समर्पित जीवन हमारे लिए सदैव प्रेरणादायक रहेगा.
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने ट्वीट करते कहा कि किसान, कमेरे, गरीबों के मसीहा, महान समाज सुधारक, रहबर-ए-आजम दीनबंधु सर चौधरी छोटूराम जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन.
किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट करते कहा कि दीनबंधु सर छोटू राम जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन
सर छोटूराम का जन्म 24 नवंबर, 1881 में झज्जर के गांव गढ़ी सांपला (अब रोहतक) में बहुत ही साधारण परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम सुखीराम था. वह अपने भाइयो में सबसे छोटे थे. चौधरी छोटूराम का वास्तविक नाम राय रिछपाल था. इसलिए उन्हे परिवार के लोग छोटू कहकर पुकारते थे. जिस कारण से उनका नाम छोटू पड़ा. उन्हें अंग्रेज हुकुमत में किसानों के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करने के लिए जाना जाता था.छोटूराम बहुत ही साधारण जीवन जीते थे और वे अपनी सैलरी का एक बड़ा हिस्सा रोहतक के एक स्कूल को दान कर दिया करते थे. छोटू राम जी की प्रारंभिक शिक्षा मिडिल स्कूल झज्जर में प्राइमरी शिक्षा ग्रहण से रही थी. उसके बाद छोटू राम ने क्रिशचन मिशन स्कूल दिल्ली में प्रवेश लिया परन्तु शिक्षा का खर्चा उठाना बहुत बड़ी मुश्किल था. सन् 1903 में छोटू राम इंटर की परीक्षा पास करने के बाद दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की. छोटूराम ने अपने जीवन के आरम्भिक समय में ही सर्वोत्तम आदर्श और चरित्रवान छात्र के रूप में वैदिक धर्म और आर्यसमाज में अपनी स्थापना बना ली.