चंडीगढ़: शुक्रवार को चंडीगढ़ में हरियाणा क्लर्क एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने लघु सचिवालय में सरकार के साथ बैठक की. हरियाणा सरकार की तरफ से इस बैठक में मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव, सीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी वी उमाशंकर के साथ विभाग से संबंधित अधिकारी मौजूद रहे. दो दौर की बैठक के बाद भी इस मामले का कोई समाधान नहीं हो सका है.
ये भी पढ़ें- Clerks Strike in Haryana: हरियाणा में लिपिक कर्मचारियों ने काले कपड़े पहनकर जताया रोष, कांग्रेस विधायक ने किया समर्थन
बैठक के बाद क्लर्क एसोसिएशन के महामंत्री हवा सिंह ने बताया कि सरकार के साथ चल रही उनकी वार्ता विफल रही है. दो दौर की बैठक के बाद भी सरकार के साथ उनकी सहमति नहीं बन पाई है. बैठक के बाद क्लर्कों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि सरकार बीच का रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम 35400 की मांग पर हम अडिग हैं.
हवा सिंह ने कहा कि सरकार हमारी मांग को आर्थिक बोझ बता रही है, मगर तर्क के साथ सरकार हमारी मांग को खारिज नहीं कर पाई. सरकार क्या चाह रही है, उसको भी स्पष्ट नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी तरफ से कोई आंकड़ा ही नहीं रख पा रही है. सरकार कह रही है कि उसे डेढ़ लाख लोगों को ये पे स्केल देना पड़ेगा, जबकि हम कह रहे हैं कि गलती को तो ठीक करना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें- Clerks Strike in Haryana: हरियाणा में लिपिक कर्मचारियों ने काले कपड़े पहनकर जताया रोष, कांग्रेस विधायक ने किया समर्थन
उन्होंने कहा कि हम सरकार के साथ बातचीत के लिए फिर तैयार हैं. साथ ही उन्होंने ये भी साफ किया कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी. तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. हरियाणा क्लर्क एसोसिएशन की सिर्फ एक ही मांग है कि लिपिकों के कार्य व योग्यता के आधार पर न्यूनतम वेतन 19900 से बढ़ाकर 35400 किया जाए. इसी मांग को लेकर हरियाणा भर के लिपिक कर्मचारी 17 दिनों से हड़ताल पर हैं.