चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को सुशासन सहयोगियों (Good Governance Associates) के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक के दौरान सीएम मनोहर लाल ने सुशासन सहयोगी को निर्देश दिए कि वो प्रदेश में हैप्पीनेस इंडेक्स (Happiness index) का पैमाना बढाने के लिए बेहतर काम करें. हर नागरिक की जिंदगी खुशहाल बनाने के लिए और आर्थिक समृद्धि लाने के लिए विशेष योजनाओं पर काम करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूटान देश में ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स चलता है. इसके आधार पर वहां की जनता में खुशी है. प्रदेश में अच्छे पैरामीटर बनाएं जिससे सभी लोगों में प्रसन्नता आए. उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं की जमीनी स्तर पर गति बढ़े और उनका लाभ अंतिम पायदान पर खड़े हर व्यक्ति को मिले. उन्होंने कहा कि रोजगार एवं विकास की योजनाएं व्यक्ति के घर द्वार तक पहुंचें और उसे इन योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी हो.
नई राजस्व चकबंदी की आवश्यकता:मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में समस्याएं आती हैं और उनका समाधान भी सम्भव है. सरकार ने विवादों का समाधान कार्यक्रम चलाया है. गांवों को लाल डोरा मुक्त करने और हर व्यक्ति को मालिक बनाने के लिए स्वामित्व योजना चलाई हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में भूमि के कई शेयर होल्डर हो गए हैं. इसके लिए नई राजस्व चकबंदी की आवश्यकता हो गई है. प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जमीन का खसरा व किला नम्बर आसानी से याद रह सके.
प्रदेश का गौरव बढ़ा:उन्होंने कहा कि सरकार ने सात साल के दौरान कई क्षेत्रों में अनेक मेडल और अवार्ड लिए हैं, जिससे प्रदेश का गौरव बढ़ा है. जिन क्षेत्रों में टॉप रैंकिंग नहीं आई उन क्षेत्रों में अपने टेलेंट व आईडिया का उपयोग करके नए आयाम स्थापित करने हैं. उन्होंने कहा कि लगातार नवीनतम तकनीकी से नवाचार की ओर बढते हुए प्रदेश को बुलंदियों की ओर लेकर जाना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गत दिनों प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकों की सेवा करने की प्रशंसा में उन्हें जो खिताब दिया है, वह प्रदेश के जनता को समर्पित है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा दिए इस खिताब को कायम रखने के लिए लोगों की और ज्यादा सेवा करने की इच्छा है.
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