चंडीगढ़ :कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सीईटी परीक्षा को लेकर एक बार फिर सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार व उसके हेराफेरी सांठगांठ सर्विस कमीशन HSSC के रोज बदलते तुगलकी फरमान व मनमर्जी की दुकान ने हरियाणा के नौजवानों की जिंदगी को बर्बादी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है. CET की परीक्षा के चार साल से चल रहे 'मनोहर जाल' ने हरियाणा के बच्चों की जिंदगी को बदहाल बनाकर रख दिया है.
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सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा के युवाओं से आये दिन नौकरी के नाम पर हो रहे मजाक ने उनकी रोजगार पाने की हर उम्मीद को धराशायी कर दिया है. इसके लिए सीधे-सीधे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जिम्मेदार है. सुरजेवाला ने कहा कि 4 अगस्त, 2023 को भी हाईकोर्ट ने सीईटी का रिवाइज्ड रिजल्ट खारिज कर दिया है. नतीजा ये हुआ कि ग्रुप 56 और 57 के लिए एडवर्टाइज सभी नौकरियों का पेपर अपने आप टल गया. इसके बावजूद आनन-फानन में खट्टर सरकार ने हाईकोर्ट के दो जजों की खंडपीठ से पेपर करवाने की इजाजत ले ली. ग्रुप 57 का रिटेन एग्जाम 6 अगस्त को हुआ और ग्रुप 56 का 7 अगस्त को.
कांग्रेस महासचिव सुरजेवाला ने कहा कि दोनों पेपर 6 और 7 अगस्त को हुए. पेपर का अवलोकन किया जाए तो 100 में 41 सवाल जो कि 6 अगस्त के पेपर में आए, वही 7 अगस्त के पेपर में भी आए हैं. सुरजेवाला ने कहा कि जब दोनों पेपर में 41 सवाल कॉमन हैं, तो मतलब साफ है कि खट्टर सरकार व उनके हेराफेरी सांठगांठ सर्विस कमीशन ने अपने चहेतों को पहले से ही हेराफेरी की पूरी जानकारी दे दी थी ताकि पूरी भर्ती प्रक्रिया में घोटाला किया जा सके. उन्होंने कहा कि वैसे भी ग्रुप 57 में पेपर का लेवल 12वीं कक्षा का था, ग्रुप 56 में ग्रेजुएशन बेस्ड पेपर था. तो ऐसे में दोनों पेपर का स्तर एक तरह का कैसे हो सकता है. यह सीधे-सीधे हेराफेरी नहीं तो क्या है?
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सुरजेवाला ने मांग की है कि ग्रुप 57 व ग्रुप 56 के 6 तथा 7 अगस्त, 2023 को हुए दोनों पेपर को रद्द किया जाए. दूसरी मांग है कि पेपर सेट करने वाले एग्जामिनर तथा एजेंसी को ना केवल ब्लैकलिस्ट किया जाए, बल्कि उन पर एफआईआर दर्ज करवाई जाए. तीसरी मांग है कि HSSC को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए, तथा उसके चेयरमैन एवं मेंबर्स पर इस नौकरी घोटाले में एफआईआर दर्ज करवाई जाए. चौथी मांग है, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तथा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की पूरे मामले में संदिग्ध भूमिका की न्यायिक जांच करवाई जाए. सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार को अब झोला उठाकर चलता करने का समय आ गया है.
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