चंडीगढ़: 8 मार्च को सदन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ये कहते हुए भावुक हो गए थे कि महिला दिवस के दिन महिला विधायकों ने ट्रैक्टर खींचा जो उन्हें बिल्कुल अच्छा नहीं लगा. रुंधे हुए गले से सीएम ने सदन में बताया कि ये तस्वीरें देखकर वो पूरी रात सो नहीं पाए.
अब चार दिन बाद यानी शुक्रवार को सीएम ने वित्त मंत्री के रूप में बजट पेश किया. हैरानी की बात ये कि इस बजट में महिलाओं के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई. सरकार ने वृद्धावस्था और निराश्रित महिलाओं की पेंशन में 250 रुपये की वृद्धि जरूर की, लेकिन महिलाओं के लिए अलग से कोई नई घोषणा नहीं की.