चंडीगढ़: कृषि कानूनों को लेकर सिंघु बॉर्डर पर हरियाणा और पंजाब के किसान मोर्चा खोले बैठे हैं. किसान हफ्तों से सरकार की तरफ से लाए गए इन तीनों कानूनों का विरोध कर रहे हैं. वहीं हरियाणा में सत्तासीन बीजेपी पार्टी ने इस विरोध के बीच एक नई स्ट्रैटजी के तहत काम करना शुरू कर दिया है. हरियाणा बीजेपी ने हरियाणा के किसानों की हक की मांग करते हुए एसवाईएल का मुद्दा उठाया और इसी मुद्दे पर शनिवार का दिन पूरे प्रदेश में पार्टी के नेताओं ने उपवास रखा.
बीजेपी नेताओं का कहना है कि पंजाब अगर हरियाणा को अपना भाई समझता है और हरियाणा के किसानों को हमदर्द समझता है तो उनके हक का पानी उन्हें दे. बीजेपी नेताओं के मुताबिक महात्मा गांधी ने भी उपवास किया था और अपनी बात मनवाई थी इसलिए उन्हें भी उम्मीद है कि एसवाईएल का पानी उन्हें मिलेगा ताकि हरियाणा का हक मिल सके. इसी कड़ी में रोहतक सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर 1 दिन का उपवास रखा.
बड़ा दिल कर पंजाब दे हरियाणा के हक का पानी: धनखड़
वहीं झज्जर में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने मोर्चा संभाला. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज हम अपना हक नहीं मांगेंगे तो कब मांगेंगे. एसवाईएल आज हमारी जरूरत है, हमारे खेत सूखे पड़े हैं, पशु प्यासे हैं. हमें पानी की आवश्यकता है और आज पंजाब को बड़ा दिल करके हरियाणा का हक देना चाहिए. वहीं उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वो आंदोलन खत्म करें, जब सरकार खुले मन से बात कर रही है.
कई जिलों में हुआ बवाल
यमुनानगर में कुछ किसानों की टोली ने बीजेपी नेताओं के इस उपवास कार्यक्रम को बंद करवाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस में उन्हें रास्ते में ही रोक लिया. जिससे दोनों तरफ से धक्का मुक्की हुई. बताया जा रहा है कि इस दौरान कई किसान घायल भी हो गए.
वहीं फतेहाबाद में किसानों ने पुलिस की तरफ से लगाए गए बेरिकेड्स उखाड़ दिए और नारेबाजी करते हुए बीजेपी के उपवास स्थल पर पहुंचे. कुछ किसान बीजेपी के उपवास टेंट में घुसकर किसानों ने बीजेपी के पोस्टर फाड़े. इस दौरान पुलिस किसानों को रोकने में नाकाम रही.