चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा शीतकालीन सत्र 2023 के आखिरी दिन सदन में कई मुद्दों पर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई. इसी बीच नूंह से कांग्रेस विधायक विधायक आफताब अहमद ने नूंह में हुई हिंसा मामले को लेकर सदन में बीजेप पर जमकर निशाना साधा. आफताब अहमद से सदन में कहा कि हिंसा के बाद बुलडोजर से कार्रवाई की गई. इस दौरान कई लोगों को बेघर होना पड़ा.
सदन में उठा नूंह हिंसा का मुद्दा: आफताब अहमद ने केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग की रिपोर्ट को आधार बनाकर बीजेपी को घेरना शुरू किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने कहा कि नूंह में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना थी. कांग्रेस का पहले दिन से कहना है कि नूंह हिंसा के लिए प्रशासन जिम्मेदार है. नूंह हिंसा ने कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है. इसके साथ ही आफताब अहमद ने नूंह हिंसा की जांच हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज से कराने की मांग की है. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. प्रदेश सरकार इसलिए ये जांच नहीं करा रही ताकि इनकी पोल खुल न खुल जाए. विधायक आफताब अहमद का कहना है कि नूंह में हुई हिंसा के बाद नगीना थाने में काफी लोगों पर एक साथ 17-17 केस लगा दिए गए हैं. यह अपने आप में पुलिस की लापरवाही और गलत मानसिकता को दर्शाता है.
क्या है नूंह हिंसा मामला?: बता दें कि 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह जिले में ब्रजमंडल यात्रा के दौरान दो गुटों में हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा में 6 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 88 लोग घायल हुए थे. 50 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था. स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए नूंह जिला समेत कई जिलों में इंटरनेट बंद किया गया था. और धारा- 144 लागू की गई थी.