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चंडीगढ़ पर पंजाब के दावे के खिलाफ हरियाणा विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास - Haryana Latest News

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हरियाणा विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू हो चुकी है

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Published : Apr 5, 2022, 11:21 AM IST

Updated : Apr 5, 2022, 4:18 PM IST

16:06 April 05

ये है सरकार का प्रस्ताव

हरियाणा राज्य पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 की धारा-3 के प्रावधानों के तहत अस्तित्व में आया था. इस अधिनियम में पंजाब व हरियाणा और हिमाचल प्रदेश तथा चंडीगढ़ के संघीय क्षेत्रों में पंजाब के पुनर्गठन को प्रभावी बनाने के लिए उपाय किए गए थे. सतलुज-यमुना लिंक नहर (एस.वाई.एल.) के निर्माण द्वारा रावी और ब्यास नदियों के पानी में हिस्सा पाने का हरियाणा का अधिकार ऐतिहासिक, कानूनी, न्यायिक और संवैधानिक रूप से बहुत समय से स्थापित है. इस प्रतिष्ठित सदन में एस.वाई.एल. नहर को जल्द से जल्द पूरा करने का आग्रह करते हुए सर्वसम्मति से कम से कम सात बार प्रस्ताव पारित किए हैं.

कई अनुबंधों, समझौतों, ट्रिब्यूनल के निष्कर्षो और देश के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों में सभी ने पानी पर हरियाणा के दावे को बरकरार रखा है और एस.वाई.एल. नहर को पूरा करने का निर्देश दिया है. इन निर्देशों और समझौतों की अवज्ञा करते हुए इनके विरोध में, हरियाणा राज्य के सही दावों को अस्वीकार करने के लिए पंजाब द्वारा कानून बनाए गए. पंजाब से हरियाणा को देने का काम भी पूरा नहीं हो पाया है. यह सदन 1 अप्रैल, 2022 को पंजाब की विधानसभा में पारित प्रस्ताव पर गहन चिंता प्रकट करता है, जिसमें सिफारिश की गई है कि चंडीगढ़ को पंजाब में स्थानांतरित करने के मामले को केन्द्र सरकार के साथ उठाया जाए.

केन्द्र सरकार द्वारा हाल में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड में पूर्णकालिक सदस्यों की नियुक्ति पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 की भावना के खिलाफ है जो नदी योजनाओं को, उत्तराधिकारी पंजाब व हरियाणा राज्यों की साझा संपत्ति मानता है. इन परिस्थितियों में, यह सदन केन्द्र सरकार से आग्रह करता है कि वह ऐसा कोई कदम न उठाए, जिससे मौजूदा संतुलन बिगड़ जाए और जब तक पंजाब के पुनर्गठन से उत्पन्न सभी मुद्दों का समाधान न हो जाए, तब तक सद्भाव बना रहे. यह सदन केन्द्र सरकार से यह आग्रह भी करता है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों की अनुपालना में सतलुज-यमुना लिंक नहर के निर्माण के लिए उचित उपाय करे.

14:48 April 05

विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

14:44 April 05

सदन में सीएम और नेता प्रतिपक्ष ने दिया बयान

विधानसभा में सीएम मनोहर लाल खट्टर का बयान

सीएम मनोहर लाल ने सरकारी संकल्प प्रस्ताव पढ़ते हुए कहा कि सतलुज यमुना लिंक नहर के पानी पर हरियाणा का अधिकार संवैधानिक है. एसवाईएल नहर को जल्द पूरा करने के लिए 7 बार प्रस्ताव पारित किए थे. सभी ने पानी के दावों को बरकरार रखा है. पंजाब ने हरियाणा के दावे को नामंजूर करते हुए कई प्रस्ताव पारित किए. 1 अप्रैल 2022 को पंजाब विधानसभा में विधेयक पारित किए इसलिए सदन पंजाब के प्रस्ताव पर चिंता प्रकट करता है. ये हरियाणा के लोगों को स्वीकार्य नहीं है. चंडीगढ़ के दावे पर हरियाणा अपना अधिकार बरकरार रखेगा. पंजाब ऐसा कोई कदम न उठाए जिससे कि संतुलन बिगड़ जाए.

नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पंजाब ने कोई मकसद के लिए नहीं राजनीतिक जुमले के लिए ऐसा किया है. 1966 में हरियाणा बना. शाह कमीशन ने मैजोरिटी से चंडीगढ़ हरियाणा को दिया. तीन विवाद हैं, पानी का, हिंदी भाषाई क्षेत्र, राजधानी का. 1960 में हिंदुस्तान-पाकिस्तान का फैसला लिया. तीन नदियों का पानी हिंदुस्तान इस्तेमाल करेगा. सतलुज पर पहले ही डैम बना था. ब्यास का पानी इस्तेमाल के लिए ब्यास सतलुज लिंक बनाया गया. रावी पर रणजीत सागर डैम बनाया गया है. हुड्‌डा ने कहा कि सतलुज के पानी के बंटवारे पर झगड़ा नहीं है. रावी और ब्यास के पानी पर झगड़ा है. बादल सरकार आई तो उसने एसवाईएल पाटने का काम किया. जमीन नोटिफाई कर दी. वर्ष 2002 में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया कि हरियाणा को पानी मिलना चाहिए. चंडीगढ़ यूटी है, पंजाब और हरियाणा का भाईचारा बना हुआ है. पंजाब में पेश किए गए प्रस्ताव के कोई मायने नहीं है. इस मुद्दे पर हमें इक्ट्‌ठा होना चाहिए.

14:43 April 05

नेता सदन मनोहर लाल खट्टर का बयान

  • तीन घंटे तक यह चर्चा चली है, हम जो रेसोल्यूशन पास करने के लिए लाए थे सभी राजनीतिक दलों ने इसका समर्थन किया है
  • शाह कमीशन में कहा गया था कि खरड़ तहसील में हिंदी भाषी गांव भी है
  • इंदिरा गांधी अवार्ड में यह कहा कि चंडीगढ़ को पंजाब को देना चाहिए, 400 हिंदी भाषा गांव को हरियाणा को देना चाहिए
  • इन सभी कमीशन और आयोग की बजह से यह मसला अधर में लटका रहा
  • 2016 से बाद कि बाद पर मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
  • सुप्रीम कोर्ट ने आखिर में कहा कि पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्री बैठकर इस मुद्दे का हल निकाले
  • अगस्त 2020 में हमने पंजाब के मुख्यमंत्री से बैठने का आग्रह किया ताकि इसका समाधान निकाला जा सके लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया
  • पंजाब में आज जब नई सरकार आयी है और जिस तरह से यह रेसोल्यूशन लाया इसका कोई मतलब नहीं बनता

14:42 April 05

सरकार के प्रस्ताव का समर्थन करता हूं- अभय यादव

  • सरकार के प्रस्ताव का समर्थन करता हूं- अभय यादव
  • यह पंजाब की सोची समझी साजिश है- अभय यादव
  • पूजा में जानबूझकर प्रस्ताव लाया गया- अभय यादव
  • गलत तरीके से पंजाब सरकार ने प्रस्ताव पास किया- अभय यादव
  • एसवाईएल के लिए कई बार प्रयास किया गया- अभय यादव
  • केंद्र इस समस्या का समाधान निकाले- अभय यादव

13:44 April 05

एसवाईएल मुद्दे पर सोमवीर सांगवान बोले- इंदिरा से उद्घाटन करवाने का फैसला गलत रहा.

दादरी से निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने एसवाईएल मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि साल 1982 में गलती हुई थी. इंदिरा गांधी से उद्घाटन करवाने का फैसला गलत रहा. 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने एसवाईएल के निर्माण का फैसला सुनाया. पानी को लेकर हमारा हक मारा गया है. इच्छा शक्ति के बिना काम नहीं बनेगा. पूरे सदन को इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए.

13:44 April 05

एसवाईएल को लेकर की गई राजनीति: जगबीर मलिक

एसवाईएल को लेकर की गई राजनीति: जगबीर मलिक

सदन की कार्यवाही के दौरान गोहाना से विधायक जगबीर मलिक ने कहा कि एसवाईएल को लेकर राजनीति की गई. आगे की प्लानिंग तैयार की जाए. सबको मिल का अधिकार के लिए लड़ना होगा.

13:31 April 05

इतने साल बाद भी क्यों नहीं हुआ समाधान- बलराज कुंडू

निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि वे सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रस्ताव का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि इतने साल बाद भी समाधान क्यों नहीं हुआ. कब तक हमारी भावनाओं के साथ खिलवाड़ होगा. केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर बात करने की जरूरत है. पहले सभी केंद्र और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब मामले का हल क्यों नहीं हुआ.

13:26 April 05

जनता के मुद्दे पर हम इकट्ठे हैं- किरण चौधरी

कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने कहा कि वे सरकार के प्रस्ताव का समर्थन करती हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब ने हरियाणा से हमेशा सौतेला व्यवहार किया है. पंजाब ने यह प्रस्ताव ध्यान भटकाने के लिए लाया है. अब आंख दिखाने की बारी हमारी है. अब पूरजोर तरीके से विरोध करने का वक्त आ गया है. वहीं, एसवाईएल मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि एसवाईएल का मुद्दा हरियाणा के लिए जिंदगी का मुद्दा है. जनता के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष को एक होना जरूरी है. पानी हमारी जीवन रेखा इसे लेकर कोई पक्ष-विपक्ष नहीं. प्रदेश की जनता के लिए हम सब इकट्ठे हैं.

13:21 April 05

हरियाणा के हक पर राजनीति की गई- अभय चौटाला

सदन में बोलते हुए अभय चौटाला ने कहा कि हम शुरू से ही चंडीगढ़ के समर्थन में हैं, हरियाणा के हक पर राजनीति की गई. इतना ही नहीं शाह कमीशन की रिपोर्ट पर भी राजनीति की गई. इस कमेटी ने हरियाणा और पंजाब की सीमाएं तय की थी और चंडीगढ़ को दोनों प्रदेशों की राजधानी बनाया गया था. वहीं, एसवाईएल मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि एसवाईएल के लिए हमें लंबी लड़ाई लड़ी, एसवाईएल पर सबसे ज्यादा काम 1987 के बाद हुआ. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पर पंजाब और हरियाणा के हक सुनिश्चित किए गए थे, लेकिन हरियाणा के हक पर राजनीति की गई. सुप्रीम कोर्ट ने एसवाईएल निर्माण का आदेश दिया था जिसे पंजाब ने मानने से इंकार कर दिया. चौधरी देवीलाल के समय एसवाईएल पर सबसे ज्यादा काम हुआ. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने समय रहते कोशिश की होती तो आयोजन का निर्माण हो गया होता.

12:53 April 05

पंजाब सरकार का प्रस्ताव राजनीतिक प्रस्ताव है- अनिल विज

सदन में चंडीगढ़ मुद्दे को लेकर हो रही चर्चा के दौरान हरियाणा के गृह मंत्री ने कहा है कि पंजाब सरकार अपने किए वादे कभी पूरे नहीं करती. पंजाब में हालात श्रीलंका जैसे होने वाले हैं. वहां की सरकार ने जनता का ध्यान भटकाने के लिए प्रस्ताव पास किया है. हरियाणा के साथ कभी इंसाफ नहीं हुआ. कमीशन द्वारा हरियाणा के साथ इंसाफ नहीं हुआ. हमारे खेत प्यासे रह गए. जब हरियाणा बना तो हालात ठीक नहीं थे. हरियाणा के लोगों ने इसे बुलंदी तक पहुंचाया. कायदे से देखा जाए तो हम पंजाब के बड़े भाई है.

हरियाणा की कमी पंजाब से बड़ी - अनिल विज

अनिल विज ने कहा कि चंडीगढ़ के मुद्दे पर सभी ने एकजुटता दिखाई तो सदन का यह स्वरूप देख कर अच्छा लग रहा है. उन्होंने कहा कि हमें हमारे हक का पानी नहीं दिया गया. अंदाजा नहीं लगा सकते कि हरियाणा को कितना नुकसान हुआ है. आज हम पंजाब से बुरे नजर आ रहे हैं. एकजुटता के लिए विपक्ष का तहे दिल से स्वागत करता हूं. पंजाब में चंडीगढ़ के मुद्दे को उठाकर की शरारत की गई है. जब तक हमें हमारा हक नहीं मिलेगा हम पीछे नहीं हटेंगे

12:36 April 05

रघुवीर कादियान बोले- हमें अपने हक के लिए लड़नी होगी आर-पार की लड़ाई

रघुवीर कादियान ने सदन की कार्यवाही के दौरान कहा कि हरियाणा सरकार के प्रस्ताव का स्वागत करते हैं. यह बहुत ही गंभीर मुद्दा है. एसवाईएल के पानी के लिए बहुत संघर्ष हुआ है. कुर्बानी के लिए सभी को तैयार रहना चाहिए. हमारे हितों को सुरक्षित रखना जरूरी है. कादियान ने यह भी कहा कि पंजाब-हरियाणा के बीच भाईचारा बना रहना भी जरूरी है. पानी नहीं मिले तो फिर देश को नुकसान हुआ. एसवाईएल के पानी के लिए हरियाणा ने संघर्ष किया है. कई सालों से हरियाणा को खरबों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है. हमारी आवाज सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच जानी चाहिए. हमें अपने हक के लिए आर-पार की लड़ाई लड़नी पड़ेगी.

12:36 April 05

चंडीगढ़, हरियाणा की राजधानी थी, है और रहेगी: डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला

विधानसभा सत्र के दौरान चंडीगढ़ मुद्दे पर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा के मुद्दे पर केंद्र के साथ हैं. चंडीगढ़, हरियाणा की राजधानी थी, है और रहेगी. मोहाली पर भी हरियाणा का हक है. मैं हरियाणा सरकार के प्रस्ताव का समर्थन करता हूं . इस बारे में केंद्र सरकार से इस पर चर्चा करेंगे. हम अपने अधिकार पर डटे हुए हैं.

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि केंद्र से विधान सभा की जमीन के लिए मांग करेंगे. बीबीएमबी में भी हरियाणा का हक है.हम अपना अधिकार नहीं छोड़ेंगे. पंजाब को हाई कोर्ट में भी प्राथमिकता मिली है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि हाई कोर्ट में हरियाणा की हिस्सेदारी 50 फ़ीसदी होनी चाहिए. इसके अलावा पंजाब यूनिवर्सिटी में भी हरियाणा की कम हिस्सेदारी है. केंद्र सरकार से इस मामले पर भी चर्चा करेंगे. सभी मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा और कदम उठाने की जरूरत है.

12:08 April 05

चंडीगढ़ का यह मुद्दा गंभीर मामला है - हुड्डा

चंडीगढ़ के मुद्दे को लेकर राष्ट्रपति और पीएम से करेंगे मुलाकात- हुड्डा

सदन में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चंडीगढ़ मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि यह गंभीर मामला है. वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे. पंजाब सरकार ने सिर्फ राजनीति जुमले के लिए यह प्रस्ताव लाया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पंजाब एसवाईएल का पानी रोकने की कोशिश में लगा है. राजनीति के लिए पंजाब में ये प्रस्ताव लाया गया है. हरियाणा- पंजाब के बीच पानी, क्षेत्र और राजधानी का मुद्दा लंबे समय से चला आ रहा है. हुड्डा ने कहा कि हरियाणा को आज तक उसका हिस्सा नहीं मिला. एग्रीमेंट के मुताबिक पंजाब से पानी हरियाणा आना था लेकिन पंजाब में पानी को लेकर एग्रीमेंट रद्द किया गया. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा को पानी देने का आदेश दिया.

हुड्डा ने कहा कि हमने हरियाणा के हक को लेकर लड़ाई लड़ी. पंजाब एल्डर ब्रदर बने बिग ब्रदर नहीं. हमें हमारा हक मिलना चाहिए. सतलुज का पानी पूरे देश के लिए है क्योंकि सतलुज पर भाखड़ा बांध बनाया गया था. हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की हिस्सेदारी को लेकर अब तक कई कमेटियां बनाई जा चुकी हैं. उन्होंने कहा कि सभी दलों को मिलकर मुकाबला करना होगा. ये सबके हक की लड़ाई है. हमारी हिस्सेदारी कम नहीं होनी चाहिए. हांसी-बुटाना हमारा आंतरिक मामला है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के हक के लिए हम सरकार के साथ है.

11:28 April 05

मुख्यमंत्री बोले- चंडीगढ़ के मुद्दे को लेकर 7 बार पस्ताव पास किया गया

हरियाणा के मुख्यमंत्री का विधासभा में बयान

  • मुख्यमंत्री बोले- चंडीगढ़ के मुद्दे को लेकर 7 बार पस्ताव पास किया गया है.
  • ट्रिब्यूनलो समेत आयोगों की तरफ से चंड़ीगढ़ पर हरियाणा का भी अधिकार रखा है.
  • हिंदी भाषी क्षेत्रो को पंजाब से हरियाणा को देने का फैसला भी पूरी तरह से लागू नही हो पाया है.
  • सीएम ने कहा कि पंजाब विधानसभा में पास पस्ताव पर सदन चिंतन प्रकट करता है.
  • हरियाणा के लोगो ने चंडीगढ़ पर अपना अधिकार बरकार रखा है.
  • सीएम ने कहा सदन चिंता प्रकट करता है कि प्रतिनियुक्ति पर चंड़ीगढ़ में जाने वाले हरियाणा के अधिकरियो की संख्या कम हो रही है.
  • केंद्र से मांग करता है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का अनुपालन करें.

11:16 April 05

एसवाईएल के मुद्दे पर भी सदन में लाया जाएगा प्रस्ताव

विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही शुरु

  • भूपेंद्र सिंह हुड्डा पढ़ रहे हैं सदन में शोक प्रस्ताव
  • एसवाईएल के मुद्दे पर भी सदन में लाया जाएगा प्रस्ताव
  • पंजाब हरियाणा के गठन के प्रावधानों पर भी होगी चर्चा
  • चंडीगढ़ पर पंजाब के प्रस्ताव के विरोध में सत्र
  • कार्य सलाहकार समिति की रिपोर्ट भी होगी पेश
  • चंडीगढ़ के मुद्दे पर सदन में लाया जाएगा प्रस्ताव

11:07 April 05

हरियाणा विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू

  • बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला का बयान
  • शाह कॉमिशन के मुताबिक चंडीगढ़ पर हरियाणा का भी उतना ही हक है जितना पंजाब का हैं.
  • चंडीगढ़ हरियाणा की राजधानी है और रहेगी,हमे कोई और राजधानी बनाने की जरूरत नही है.
  • आम आदमी पार्टी के नेता आमजन को मुद्दों से भटकाने के लिए इस तरह के खोखले मुद्दों को उठा रहे है.
  • बलराज कुंडू का विधानसभा में बयान
  • राजनीतिक लोगो को हरियाणा और पंजाब के लोगो की भावना से नही खेलना चाहिए. मैं इसकी घोर निंदा करता हूं.
  • जिस बिस्वास से पंजाब के लोगो ने आप को जीता कर भेज है उसपर काम करे, नाकि इन सेंसिटिव मुद्दों को छेड़े.
  • विशेष सत्र बुलाकर जिस तरह से पंजाब सरकार ने चंडीगढ़ को लेकर प्रस्ताव पास किया इसकी निंदा करता हूं.
  • केंद्र में भाजपा की सरकार है वह दोनों राज्यो के मुखिया को टेबल पर बिठाकर इस मुद्दे का समाधान निकाले.
  • अरविंद केजरीवाल इस मुद्दे पर अपना स्टैंड क्लियर करें.
  • हमे 2 राजधानी की जरूरत नही है, इसी चंडीगढ़ को हम विकसित करेगे.

हरियाणा विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू हो चुकी है. विधानसभा की कार्यवाही शोक प्रस्ताव के साथ शुरू हुई. सदन में वीर शहीदों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा श्रद्धांजलि दीइसके अलावा कांग्रेस विधायक रेनू बाला के पिता ज्योतिराम के निधन पर भी शोक व्यक्त किया गया.

Last Updated : Apr 5, 2022, 4:18 PM IST

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