चंडीगढ़:विज्ञापन साइटें खाली रहने से नगर निगमों को हो रहे नुकसान को लेकर हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने गुरुवार को चंडीगढ़ में अहम बैठक ली. नगर निगमों, परिषदों और पालिकाओं के राजस्व में विज्ञापन की भागीदारी बढ़ाने के लिए हरियाणा विधानसभा आगामी बजट सत्र में कानून बनाएगी ये बैठक में कहा गया है.
विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बुलाई बैठक
इस कानून के बनने से शहरी निकायों को अपने स्तर पर ही विज्ञापन की दरें तय करने का अधिकार मिल जाएगा. कानून का प्रारूप शहरी निकाय विभाग तैयार करेगा. विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सिद्धी नाथ राय और निदेशक अशोक कुमार मीणा ने वीरवार को विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता के साथ हुई बैठक में ये आश्वासन दिया.
विधानसभा स्पीकर की तरफ से पंचकूला शहर में विज्ञापन ना मिलने से हो रहे नुकसान की समीक्षा और विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से बैठक बुलाई गई. बैठक में पंचकूला नगर निगम के मेयर कुलभूषण गोयल और हरियाणा शहरी निकाय विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे.
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‘शहरी सरकार’ माने जाने वाले शहरी निकायों की अर्थव्यवस्था में विज्ञापन की बड़ी भूमिका रहती है, लेकिन पिछले कुछ वर्षाें में हरियाणा के अनेक शहरों में विज्ञापन से होने वाली आमदनी काफी कम रही है. बैठक में जानकारी दी गई कि अनेक शहरों में विज्ञापन की दरें गुरुग्राम के अनुसार तय की गई हैं. इस कारण से ये दरें काफी ऊंची हो गईं और स्थानीय विज्ञापन दाता इसमें रुचि नहीं लेते, जिसका खामियाजा नगर निगमों और नगर परिषदों को भुगतना पड़ता है.