चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र 25 अगस्त से शुरू हो रहा है. हर बार की तरह इस बार भी सदन में जमकर हंगामा होने के आसार हैं. विपक्ष का दावा है कि उसने मुद्दों की लंबी फेहरिस्त तैयार की है. जिन पर वो सरकार को घेरेंगे. मानसून सत्र को लेकर हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हो चुकी है. जिसमें कांग्रेस विधायकों ने सदन में सरकार को घरने की रणनीति बनाई. वहीं सत्ता पक्ष का दावा है कि वो किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं.
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कांग्रेस की रणनीति: हरियाणा कांग्रेस ने विभिन्न मुद्दों की लिस्ट तैयार की है. जिसको लेकर विपक्ष सरकार को सदन में घेरेगा. खुद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा कह चुके हैं कि इस बार सबसे बड़ा मुद्दा नूंह हिंसा का रहेगा. जिस पर विपक्ष सरकार से जवाब तलब करेगा. विपक्ष पहले भी सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरता रहा है. बीते दोनों प्रदेश में आई बाढ़ की वजह से किसानों को हुए भारी नुकसान हुआ है. इस मुद्दे पर भी विपक्ष चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव लेकर आएगा.
बेरोजगारी और सीईटी पर्चे में धांधलियां, सरस्वती नदी की खुदाई, परिवार पहचान पत्र की परेशानियां, कर्मचारियों और क्लर्कों के वेतनमान, शिक्षा की स्थिति, प्रॉपर्टी आईडी की परेशानी, किसान बीमा योजना की खामी जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए कांग्रेस विधायकों ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिए हैं. 16 अगस्त को चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई थी. बैठक में मानसून सत्र के लिए उपरोक्त सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई.
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बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था कि हरियाणा सरकार से प्रदेश का हर वर्ग परेशान है. सरकार के सारे फैसले जनविरोधी रहे हैं. बाढ़ से किसानों को जो नुकसान हुआ है. उसका मुआवजा नहीं मिला है. नूंह में जो हुआ. वो प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है. उन्होंने नूंह हिंसा की जांच हाई कोर्ट के जज से करवाने की मांग की.
सत्ता पक्ष की तैयारी: एक तरफ कांग्रेस ने बैठक कर अपनी रूपरेखा तैयार कर ली है तो दूसरी तरफ सत्ता पक्ष का दावा है कि वो सदन में विपक्ष के साथ किसी भी चर्चा के लिए तैयार हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल कह चुके हैं कि वो विपक्ष से हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं. वहीं कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि ये अच्छी बात है कि विपक्ष ने विधानसभा सत्र के लिए अपनी तैयारी कर ली है. विपक्ष अपनी भूमिका अच्छे से निभाता है, तो सरकार भी उस मुताबिक काम करने की कोशिश करती है.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि विपक्ष को आम लोगों से जुड़े मुद्दों को लेकर आना चाहिए, और विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए, लेकिन विपक्ष के साथी अपनी बात कहते हैं और फिर सदन से निकल जाते हैं. विपक्ष सदन में आए और अपनी बात रखें, वो सदन से जाए नहीं. अगर विपक्ष कानून व्यवस्था पर बात करेगा, तो सरकार उस पर अपना जवाब देगी. जहां तक बात सीईटी परीक्षा को लेकर है. सरकार इस मामले में अपनी कार्रवाई करेगी. इस मामले पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल जवाब देंगे.
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हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने जानकारी दी है कि 61 विधानसभा सदस्यों की तरफ से 396 स्टार्ड और 259 अनस्टार्ड सवाल मिले हैं. विधानसभा में विधायी कार्य के लिए अब तक कुल 655 सवाल मिले हैं. इस बार मानसून सत्र के लिए 19 कॉलिंग अटेंशन और एक नॉन ऑफिशियल रेज्युलेशन मिला है. हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र की कार्यवाही 25 अगस्त को सुबह 11 से शुरू होगी. ये सत्र कितने दिन तक चलेगा. इसका फैसला 24 अगस्त को होने वाली बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में होगा.