चंडीगढ़: सोमवार को हरियाणा और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्रियों के बीच अनौपचारिक बैठक हुई. इस बैठक में दोनों ही राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने अपने-अपने सुझाव सांझे किए. दोनों मंत्रियों के बीच ये अनौपचारिक बैठक करीब 20 मिनट तक चली.
मिली जानकारी के अनुसार इस मुलाकात में दोनों स्वास्थ्य मंत्रियों ने कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति और दोनों राज्यों में बेहतर तालमेल को लेकर चर्चा की. इस दौरान दोनों राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने कोविड-19 को लेकर अपने-अपने प्रदेशों से जुड़े अनुभव एक दूसरे से साझा किए और एकजुट होकर इस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ने पर चर्चा की.
'सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है'
इस मुलाकात के बाद हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश मे सभी सेवाएं शुरू हो गई हैं और होटल, मॉल, धार्मिक स्थान और बाजार सब खुल गए हैं. उन्होंने कहा कि अब सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और भी जरूरी हो जाता है. उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि मास्क जरूर पहने और 2 गज की दूरी बना कर रखें. स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा कि हरियाणा इस महामारी से लड़ने की पूरी क्षमता रखता है और प्रदेश इसके लिए तैयार भी है.
'पंजाब में प्रवासियों के लौटने से बढ़े कोरोना के मामले'
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि पंजाब की स्थिति फिलहाल दूसरे राज्यों के मुकाबले काफी बेहतर है, लेकिन अब जो प्रवासी पंजाब के बाहर गए हुए थे वो अब धीरे-धीरे पंजाब लौट रहे हैं. जिसके कारण पंजाब में रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इससे लड़ने के लिए भी हमारी स्वास्थ्य टीमें पूरी तरह से तैयार हैं. सिद्धू ने कहा कि पंजाब में अब रोजाना कोविड-19 के 9,000 टेस्ट करने की क्षमता है इसलिए अब प्रदेश के बाहर से कोई भी व्यक्ति अगर राज्य में आता है तो उसका कोविड-19 टेस्ट किया जाता है.